रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: पाकिस्तान कितना भी घड़ियाली ऑसू बहा ले अपने यहां हो रहे अल्पसंख्यक हिंदूओं पर अत्याचार उसे नहीं दिखता। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक 31 साल के हिंदू पत्रकार की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई, जब वह नाई की दूकान पर बाल कटवा रहा था। एक कार के साथ दो बाइक सवार हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हिंदू पत्रकार को मौत के घाट उतार दिय़ा।
आपको बता दें कि मृतक अजय लालवानी पाकिस्तान के अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय से ताल्लुकात रखते थे। वो लोकल न्यूज चैनल रॉयल न्यूज और उर्दू भाषा के अखबार डेली पुचानों में रिपोर्टर थे। अजय खासतौर पर वहां हो रहे हिंदू समुदाय पर अत्याचार के खिलाफ रिपोर्टिंग करते थे। गुरुवार को सुक्कुर शहर में नाई की दूकान में बाल कटवाने आये थे। उसी दौरान दो मोटरसाइकिल और एक कार में आए हमलावरों ने उन पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। घायल हालत में लालवानी को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन पेट, बांह और घुटने में गोली लगने से उनकी मौत हो गई।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उनके पिता दिलीप कुमार ने कहा कि उनके परिवार की किसी से दुश्मनी नहीं थी। दिलीप कुमार ने पुलिस के उन दावों को भी खारिज कर दिया जिसमें निजी दुश्मनी के एंगल से जॉच की दा रहील थी। पुलिस ने शुक्रवार को तीन अज्ञात अपराधियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिय़ा है। घटना के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
अजय लालवानी की हत्या की पाकिस्तान की नेशनल असेंबली (MNA) में हिंदू मेंबर लालचंद मल्ही ने निंदा करते हुए कहा कि यह बेहद चिंता का विषय है। वहीं दूसरी तरफ पत्रकारों के एक समूह ने भी लालवानी की हत्या के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। पत्रकार के अंतिम संस्कार में रिश्तेदारों, दोस्तों और अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के सदस्यों के साथ-साथ कराची, खैरपुर, शिकारपुर, लरकाना, सुक्कुर और अन्य शहरों के पत्रकार भी शामिल हुए।