रिर्पोट: अनुष्का सिंह
नई दिल्ली: उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण धामी सरकार ने अधिकांश शैक्षणिक संस्थानों को सोमवार को बंद करने का ऐलान किया है। जबकि राज्य के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मंगलवार तक भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर एहतियात के तौर पर ट्रेकिंग, माउंटेनियरिंग और शिविर गतिविधियों पर प्रतिबंध रहेगा। उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में सोमवार को भारी बारिश का अलर्ट जारी होने के बाद जिला प्रशासन की ओर से रविवार को स्कूल, कॉलेज और आंगनबाडी केंद्रों समेत शिक्षण संस्थानों को बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं।
चमोली जिला प्रशासन ने नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व और गोपेश्वर के पूरे वन क्षेत्र में 19 अक्टूबर तक सभी ट्रेकिंग, माउंटेनियरिंगऔर कैंपिंग गतिविधियों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही 18-19 अक्टूबर को देहरादून के परेड और पवेलियन मैदान में होने वाले जिला स्तरीय खेल महाकुंभ कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं और उन्हें 24 और 25 अक्टूबर के लिए पुनर्निर्धारित किया गया है।
चमोली, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग जिलों के प्रशासन को अतिरिक्त सावधानी बरतने के लिए कहा गया है क्योंकि इन जिलों में चारधाम यात्रा चल रही है। इन सब के चलते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि “मैं तीर्थयात्रियों से अगले दो दिनों में तीर्थयात्रा नहीं करने की अपील करता हूं क्योंकि मार्ग में विशेष रूप से पहाड़ी क्षेत्रों में अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है। रविवार सुबह केदारनाथ धाम में करीब 16 हजार श्रद्धालु पहुंचे।, मैंने रुद्रप्रयाग के जिला मजिस्ट्रेट से बात की ताकि तीर्थयात्री जल्दी से अपनी प्रार्थना कर सकें और भारी बारिश के कारण अपने आवास के लिए मंदिर से निकल सकें।”
मौसम विभाग ने हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, नैनीताल, चंपावत, देहरादून टिहरी और पौड़ी सहित उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश, बिजली गिरने, ओलावृष्टि और तेज हवाएं (60-70 किमी प्रति घंटे) की रफ्तार से चलने की भविष्यवाणी की है।