जम्मू एवं कश्मीर की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने अब आर्टिकल-370 को चीन के साथ जोड़ दिया है। महबूबा ने कहा, आर्टिकल-370 हटाए जाने के बाद ही कश्मीर अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बना।
उन्होंने ये भी दावा किया किया कि चीन ने एलएसी पर जमीन हड़पी। सवाल ये है कि आखिर मुफ्ती ने आर्टिकल-370 पर चीन का नाम क्यों लिया। महबूबा मुफ्ती ने कहा, “उनके पास वोट मांगने के लिए दिखाने के लिए कुछ नहीं है।
वे कहते हैं कि आप जम्मू-कश्मीर में जमीन खरीद सकते हैं, हमने धारा 370 को निरस्त कर दिया है। तब उन्होंने कहा कि वे मुफ्त में टीके देंगे। आज पीएम मोदी को वोट के लिए धारा 370 की बात करनी थी। यह सरकार इस राष्ट्र के मुद्दों को हल करने में विफल रही है।”
मुफ्ती ने आगे कहा कि जेएंडके अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण से पहले की तरह कभी नहीं समाप्त हुआ। मुफ्ती ने ये भी कहा कि जब तक जम्मू-कश्मीर को लेकर पिछले साल पांच अगस्त को संविधान में किए गए बदलावों को वापस नहीं ले लिया जाता, तब तक उन्हें चुनाव लड़ने अथवा तिरंगा थामने में कोई दिलचस्पी नहीं है।
जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को पिछले साल अगस्त में खत्म किए जाने के बाद से महबूबा हिरासत में थीं। रिहा होने के बाद पहली बार मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह तभी तिरंगा उठाएंगी, जब पूर्व राज्य का झंडा और संविधान बहाल किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक मेरी बात है,तो मुझे चुनाव में कोई दिलचस्पी नहीं है. जब तक वह संविधान हमें वापस नहीं मिल जाता जिसके तहत मैं चुनाव लड़ती थी, महबूबा मुफ्ती को चुनाव से कोई लेना देना नहीं है।’’
भारतीय सेना का अपमान करते हुए उन्होंने कहा, “हकीकत है कि चीन ने हमारी जमीन के 1000 वर्ग किमी पर कब्जा कर लिया है। मुझे लगता है कि हम किसी तरह लगभग 40 किमी वापस जाने में कामयाब रहे। चीन धारा 370 की भी बात करता है। वे कहते हैं कि यह विवादित है और पूछते हैं कि जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश क्यों बनाया गया?”