नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर यूपी में हुए विरोध प्रदर्शन के दौराना उपद्रियों ने जमकर हिंसा किया। जिसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने सख्त आदेश देते हुए एक्शन लिया था कि जो भी इस हिंसा में लिप्त पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और साथ की उसकी संपत्ति की नीलामी कर नुकसान पहुंची सरकारी संपत्तियों की भरपाई की जाएगी। अब पुलिस ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें उपद्रियों की बेहद ही खौफनाक चेहरा सामने आया है।
दरअसल, सीएए और एनआरसी के विरोध में बीती 20 दिसंबर को जिले में हुई भारी हिंसा के बाद अब पुलिस बवालियों पर शिकंजा कसने में जुटी हुई है। ऐसे में बवाल की परत दर परत खुलती जा रही हैं। इसी दौरान पुलिस ने मेरठ में हुई घटना वाले दिन का एक वीडियो जारी किया है जिसमें उपद्रवियों द्वारा 40 पुलिसकर्मियों को जिंदा जलाने का प्रयास किया गया।
इस वीडियो में मौके पर पहुंची भारी फोर्स बंधक बनाए गए पुलिस और आरएएफ के जवानों को उपद्रवियों के चंगुल से मुक्त करा कर ले जाती दिखाई दे रही है। वहीं, उपद्रवियों के चंगुल से मुक्त हुए सुरक्षाबलों के चेहरों पर दहशत साफ देखी जा रही है। दूसरी वीडियो में बवालियों द्वारा हापुड़ रोड पर डिवाइडर आदि तोड़ कर पुलिस पर किए गए पथराव और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के साक्ष्य साफ दिखाई दे रहे हैं।
एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि घटना वाले दिन उपद्रवियों ने इस्लामाबाद पुलिस चौकी के निकट सुरक्षाबलों को एक कारखाने में बंधक बना लिया था। इस दौरान उपद्रवियों ने सुरक्षाबलों को जिंदा जलाने का प्रयास किया। इसके आगे उन्होंने कहा कि, वह तो गनीमत रही कि फोर्स मौके पर पहुंच गई और सुरक्षा बलों को बचा लिया गया। वहीं, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले उपद्रवियों के खिलाफ भी एसपी सिटी ने कड़ी कार्यवाही की बात कही है।
उधर विपक्षी दल योगी सरकार पर लगातार आरोप लगा रहे हैं कि, लेकिन इस वीडियो के सामने आते ही यह साफ हो गया है कि सरकार द्वारा लिया गया उपद्रवियों के खिलाफ एक्शन बिल्कुल सही है। अब यह देखना दिलचस्प है कि विपक्ष का इसपर क्या रिएक्शन होता है।