भभुआ की सभा में मायावती ने अपने भाषण में रोजगार और पलायन के मुद्दे को उठाया
बिहार विधानसभा चुनाव में मायावती भी शुक्रवार को चुनाव प्रचार करने उतरीं। उपेंद्र कुशवाहा के साथ उन्होंने कैमूर के भभुआ और रोहतास के करगहर में बसपा प्रत्याशियों के लिए चुनावी सभा कीं।
रोहतास के करगहर में हुई चुनावी सभा में मायावती ने कहा कि आज जिसे देखो नौकरी देने की बात कर रहे हैं। राजद ने बिहार में 15 सालों तक राज किया और उसके बाद 15 सालों से नीतीश कुमार भाजपा के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं, ऐसे में तो इन लोगों को कभी बेरोजगारों की याद नहीं आई।
BSP की राष्ट्रीय अध्यक्ष मान्य मायावती जी व श्री उपेंद्र कुशवाहा जी ने भभुआ में हो रही साझा महारैली में BSP, रालोसपा व गठबंधन पार्टियों के समर्थकों को वोट देकर जिताने की अपील की,,
लाखो की तादाद में जमा समर्थकों की भीड़ ने बिहार सरकार की नींद उड़ा दी #BSP #Mayawati pic.twitter.com/QeMBBz0T2F— Bahujan Samaj Party(BSP) (@BSP4Bharat) October 23, 2020
जब इनको सत्ता मिली तो इन्होंने लोगों को रोजगार क्यों नहीं दिया? राजद और भाजपा पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा कि आज कोई दस लाख नौकरी बांट रहा है तो कोई कह रहा है कि 19 लाख नौकरी देंगे।
भभुआ की सभा में मायावती ने अपने भाषण में रोजगार और पलायन के मुद्दे को उठाया। मायावती ने किसी भी सरकार में दलितों, शोषितों, किसानों, छोटे व्यापारियों व मेहनतकशों के विकास नहीं होने की बात कही।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस सरकारों की गलत नीतियों की वजह से प्रदेश पिछड़ा रहा और इसके बाद जो स्थानीय दलों की गठबंधन सरकार बनीं, वो भी दलितों और मेहनतकशों के विकास के लिए कुछ नहीं कर पाई जिस वजह से बड़े पैमाने पर पलायन हुआ।
उन्होंने कोरोना काल में प्रदेश लौटते समय हुई प्रवासियों की दुर्दशा की भी चर्चा की।