उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने विपक्ष को फालतू बयानबाजी से बचने की सलाह दी है। 15 जून को लद्दाख में चीनी सेना के साथ हुए संघर्ष में कर्नल सहित 20 सैनिकों की शहादत के बाद से ही राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई लोग सरकार पर हमलावर है।
आज मायावती से अपने ट्विटर अकाउंट से दो ट्वीट किये, जिसमें उन्होंने सैनिकों के मारे जाने की घटना को दुःखद बताते हुए विपक्ष को अपना काम सही तरह से करने की सलाह दी है।
उन्होंने अपने पहले ट्वीट में लिखा, पूरा देश काफी दुःखी, चिन्तित व आक्रोशित है. इसके निदान हेतु सरकार व विपक्ष दोनों को पूरी परिपक्वता व एकजुटता के साथ काम करना है जो देश-दुनिया को दिखे व प्रभावी सिद्ध हो।
वही अगले ट्वीट में वो लिखती है कि मूल रूप से यह सरकार पर छोड़ देना बेहतर है कि वह देशहित व सीमा की रक्षा हर हाल में करे, जो कि हर सरकार का दायित्व भी है।
जाहिर सी बात है की ऐसा कहकर वो विपक्ष को एक सन्देश देना चाहती है की जब चीन जैसा चालाक और धोखेबाज दुश्मन हो तो राजनीति छोड़कर एक हो जाना चाहिए।