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माफिया मुख्तार अंसारी को लगा बड़ा झटका, एक मामले में MP/MLA कोर्ट ने खारिज की डिस्चार्ज एप्लीकेशन, अब तय होगा आरोप

मुख्तार गैंग के 158 अपराधी गिरफ्तार किये गये। इस दौरान 122 असलहों के लाइसेंस निरस्त होने के साथ 110 अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर लगा है।

By: RNI Hindi Desk 
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माफिया मुख्तार अंसारी को लगा बड़ा झटका, एक मामले में MP/MLA कोर्ट ने खारिज की डिस्चार्ज एप्लीकेशन, अब तय होगा आरोप

रिपोर्ट: सत्यम दुबे

प्रयागराज: माफिया मुख्तार अंसारी की मुश्किलें दिन पर दिन बढ़ती जा रही हैं। यूपी की बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी को MP/MLA कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने मुख्तार कि डिस्चार्ज एप्लीकेशन को खारिज कर दी है। मुख्तार के खिलाफ इस मामले में बनारस के भेलूपुर निवासी महावीर प्रसाद रूग॔टा ने FIR दर्ज कराई थी। दर्ज FIR में उन्होने भाई के अपरहण व कई अन्य आरोप लगाए थे।

मुख्तार ने एक डिस्चार्ज एप्लीकेशन लगाकर यह कहा कि उनके ऊपर कोई आरोप बनता नहीं, इसलिए डिस्चार्ज एप्लीकेशन खारिज कर दी जाए। सुनवाई के दौरान  कोर्ट ने मुख्तार की बात नहीं मानी। MP/MLA कोर्ट प्रयागराज ने माफिया मुख्तार अंसारी की डिस्चार्ज एप्लीकेशन खारिज कर दी। अब आरोप तय करने के लिए 23 अगस्त को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्तार की पेशी होगी।

आपको बता दें कि माफिया मुख्तार पर साल 1997 में 5 नवंबर की शाम 5 बजे महावीर प्रसाद रूंगटा को धमकाने का आरोप है। अंसारी की ओर से रूंगटा को परिवार सहित विस्फोट से उड़ाने की फोन पर धमकी दी गई थी। वहीं महावीर प्रसाद के भाई नंद किशोर रूंगटा के अपहरण में सवा करोड़ की फिरौती मांगी गई थी। उसी मामले में पैरवी नहीं करने की धमकी दी गई थी। इस मामले में उसी साल एक दिसंबर को थाना भेलूपुर वाराणसी में FIR दर्ज कराई गई थी।

माफिया मुख्तार अंसारी ने इस मामले में एक डिस्चार्ज एप्लीकेशन लगाकर यह कहा कि उनके खिलाफ अपराध नहीं बन रहा है। मुख्तार ने टेलीफोनिक धमकी का साक्ष्य न होने पर मुकदमे से डिस्चार्ज किए जाने की अदालत से मांग की गई थी। अर्जी में यह भी दलील दी गई थी कि राजनीतिक विद्वेष के कारण मुझे फंसाया गया है।

लेकिन MP/MLA स्पेशल कोर्ट के जज आलोक कुमार श्रीवास्तव ने डिस्चार्ज एप्लीकेशन को खारिज कर दिया है और अगली सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी पर आरोप तय किए जाएंगे। आपको बता दें योगी सरकार मे माफिया, गुंडों पर कहर बनकर टूटी है।

योगी सरकार ने प्रदेश में माफियाओं, गुडों के खिलाफ जनवरी 2020 से अप्रैल 2021 तक कुल 5558 मामले दर्ज किए गए, जिनमें 22,259 अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। योगी सरकार लिस्ट तैयार कर 25 माफियाओं के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई के तहत 11 अरब, 28 करोड़, 23 लाख 97 हजार 846 रुपये की चल-अचल संपत्ति जब्त की है।

इसमें मुख्तार गैंग के 158 अपराधी गिरफ्तार किये गये। इस दौरान 122 असलहों के लाइसेंस निरस्त होने के साथ 110 अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर लगा है। जबकि 30 के खिलाफ गुंडा एक्ट और 6 पर NSA की कार्रवाई की गई है। योगी सरकार ने सूबे में जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है।

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