नई दिल्ली : देश में कोरोना की महामारी लगातार हाहाकार मचा रही है, जिससे जल्दी निजात मिलता नहीं देख रहा। एक तरफ जहां सरकार इस महामारी से निपटने के लिए एहतियात बरतने का आदेश रही है, वहीं दूसरी तरफ इस महामारी के आंकड़ों में लगातार इजाफा हो रहा है। आपको बता दें कोरोना के इसी आंकड़े को लेकर मद्रास हाइकोर्ट ने चुनाव आयोग को जमकारा फटकारा है। और कोरोना की दूसरी लहर के लिए सिर्फ आयोग को जिम्मेदार ठहराया है।
मद्रास हाई कोर्ट में चीफ जस्टिस संजीब बनर्जी ने कहा कि, ”कोविड 19 की दूसरी लहर के लिए सिर्फ आपका संस्थान जिम्मेदार है। क्या जब इलेक्शन रैलियां हो रही थीं तब आप दूसरे ग्रह पर थे?” चीफ जस्टिस यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के अधिकारियों पर शायद हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
इसके साथ ही कोर्ट ने चुनाव आयोग को दो मई को होने वाली वोटों की गिनती भी रद्द करने की चेतावनी दी। चीफ जस्टिस ने कहा कि अगर सभी तरह के प्रोटोकॉल्स के पालन को लेकर मजबूत प्लान नहीं पेश किया गया तो दो मई को होने वाली वोटिंग की गिनती रद्द कर देंगे।
मुख्य न्यायधीश ने चुनाव आयोग से कहा कि, ”अभी सिर्फ बचाव और सुरक्षा की स्थिति है, बाकी सबकुछ बाद में आता है।” हाई कोर्ट ने चुनाव आयोग को निर्देश दिया कि 30 अप्रैल को प्लान पेश करें कि कैसे वोटों की गिनती के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस बेहद नाराज दिखे। अगली सुनवाई की तारीख 30 अप्रैल को दी गई है।
गौरतलब है कि देश में लगातार बढ़ते कोरोना महामारी के बीच चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव करवा रही है। वहीं वो उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव भी करवा रही है। इस दौरान बूथों पर भारी संख्या में वोटरों का भी हुजूम देखने को मिला। जो देश में कोरोना के नये स्ट्रेन को और तेजी से फैलने का निमंत्रण दे रही है, जो बेहद ही चिंताजनक स्थिति है। जिसका परिणाम आने वाले समयों में और कोरोना के आंकड़ों में देखने को मिलेगा।