रिपोर्ट: नंदनी तोदी
पिथौरागढ़: उत्तराखंड के जंगली जानवरों से हमेशा से ही लोगों में खौफ रहा है। एक बार फिर उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में तेंदुए से लोगों में दहशत फैला दिया है।
दरअसल, पिथौरागढ़ जिले में तेंदुए ने दो अलग अलग हमले किये हैं। जहा एक महिला की मौत हो गई, तो वहीं एक व्यक्ति घायल हो गया। बात ये है कि तेंदुआ अचानक से महिला के घर पंहुचा और उससे उसके घर के आँगन में घुसकर उसे खींच ले गया। ग्रामीण ने काफी देर तक पीछा किया, लेकिन उन्हें काफी दूर जाकर उस महिला का शव मिला।
इस सनसनीखेज घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत फ़ैल गई है। इतना ही नहीं, उस तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग के अधिकारियों जाल भी छाया लेकिन उसे पकड़ा नहीं पाएं। फिलहाल एक्सपर्ट उस तेंदुए को खोजने के लिए जंगल में घूम रहे हैं।
डीडीहाट के रेंज अधिकारी पूरन सिंह देउपा ने बताया कि देवलथल इलाके की रहने वाली कापरीगांव ग्राम की 46 वर्षीय कलावती देवी अपने घर के आंगन में काम कर रही थीं तभी तेंदुए ने उन पर हमला कर दिया और उन्हें वहां से घसीटते हुए ले गया। उन्होंने आगे बताया कि बाद में ग्रामीणों ने महिला के घर से आधा किलोमीटर दूर उनका क्षत विक्षत शव बरामद किया। इस घटना के बाद ग्रामीण इलाकों में तेंदुआ को लेकर दहशत का माहौल है। वन विभाग की ओर से भी लोगों को आगाह कर दिया गया है।
बार नहीं हुआ जब कोई जंगली तेंदुआ का शिकार हुए, इससे पहले पिथौरागढ़ वन खंड में एक 57 साल के राजेंद्र सिंह मेहता पर भी तेंदुए ने तब शिकार किया जब वो बाजार जा रहे थे, हालाँकि वो तेंदुए के चंगुल से बच गया।
चूंकि लगातार दो मामले सामने आये हैं, इसी पर एक सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया कि पिछले 24 घंटे में इन दो हमलों की वजह से इलाके में दहशत फैल गई है।
उन्होंने बताया, ‘‘ पिछले महीने ही देवल थल के रिन बिचुल गांव में एक तेंदुए को वन विभाग ने मार दिया था लेकिन फिर भी हमले नहीं रूके हैं।” पिथौरागढ़ वन खंड के उप संभागीय अधिकारी नवीन पंत ने बताया कि तेंदुए को पकडऩे के लिए पिंजरे लगाए जा रहे हैं।