1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तराखंड
  3. UK News : केदारनाथ उपचुनाव जानिए भाजपा की ऐतिहासिक जीत के पांच प्रमुख कारण

UK News : केदारनाथ उपचुनाव जानिए भाजपा की ऐतिहासिक जीत के पांच प्रमुख कारण

केदारनाथ उपचुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि पार्टी राज्य के भीतर अपनी पकड़ बनाए हुए है।

By: RNI Hindi Desk 
Updated:
UK News : केदारनाथ उपचुनाव जानिए भाजपा की ऐतिहासिक जीत के पांच प्रमुख कारण

केदारनाथ उपचुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि पार्टी राज्य के भीतर अपनी पकड़ बनाए हुए है। 90,000 से अधिक मतदाताओं वाली इस विधानसभा सीट पर भाजपा ने कांग्रेस को हराया और आशा नौटियाल को विधायक चुना।

इसके साथ ही केदारनाथ में महिला प्रत्याशी की जीत का मिथक भी भाजपा ने कायम रखा। हालांकि इस उपचुनाव के परिणाम कांग्रेस के लिए किसी झटके से कम नहीं था, लेकिन भाजपा की जीत के पीछे कुछ महत्वपूर्ण कारण थे।

आइए जानते हैं वह प्रमुख कारण जिनकी वजह से भाजपा की जीत संभव हुई।

– (1)  सामूहिक और रणनीतिक चुनावी प्रबंधन

भाजपा ने उपचुनाव के लिए चुनावी प्रबंधन में पूरी ताकत झोंकी। करीब तीन महीने पहले ही चुनावी रणनीतिकारों को मैदान में उतार दिया गया था। पार्टी ने युवा नेता सौरभ बहुगुणा और आदित्य कोठारी के नेतृत्व में प्रचार की तैयारियों को गति दी।

लगातार 17 दिनों तक प्रचार में लगे नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

– (2)  सीएम धामी की सक्रिय भागीदारी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उपचुनाव में पार्टी के पक्ष में हवा बनाने के लिए पूरे राज्य और केंद्र की मदद से पूरी ताकत झोंक दी। उन्होंने केदारनाथ क्षेत्र के विकास के लिए कई योजनाओं की स्वीकृति दी और आपदा प्रभावितों के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की।

इसके अलावा उन्होंने चुनाव के दौरान जनता के बीच बार-बार अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई, जो कि भाजपा के पक्ष में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।

– (3)  महिला प्रत्याशी पर भरोसा

केदारनाथ उपचुनाव में भाजपा ने महिला मतदाताओं को केंद्र में रखते हुए आशा नौटियाल को उम्मीदवार बनाया। यह सीट महिला मतदाताओं के लिहाज से अहम मानी जाती है और भाजपा ने इस पर महिला चेहरे का दांव खेला।

आशा नौटियाल दो बार विधायक रही जिससे उनकी  छवि ने उन्हें जनता के बीच एक विश्वसनीय और प्रभावशाली उम्मीदवार बना दिया और पार्टी को महिला मतदाताओं  के सहयोग से सफलता मिली।

– (4)  केदारनाथ मंदिर का शिलान्यास मुद्दा

कांग्रेस ने केदारनाथ मंदिर के शिलान्यास को अपने चुनावी मुद्दे के रूप में उठाने की कोशिश की थी, लेकिन भाजपा ने इस मामले को बड़ी सूझबूझ से संभाला।

– (5)  पार्टी का व्यापक प्रचार नेटवर्क

भाजपा ने केदारनाथ उपचुनाव में अपने व्यापक प्रचार नेटवर्क का पूरा उपयोग किया। केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, विधायक और पार्टी पदाधिकारियों की एकजुट टीम ने चुनाव प्रचार को निर्णायक मोड़ तक पहुँचाया।

This Post is written by Abhijeet Kumar yadav

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...