{ कानपुर से उपेंद्र की रिपोर्ट }
कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्यों के सरकार अपने स्तर पर भी इससे निपटने की तैयारियों में जुटी हुई है पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता लव अग्रवाल ने यह जानकारी दी थी कि देश के 17 राज्य कोरोनावायरस के मरीजों के उपचार के लिए अलग से कोविड-19 अस्पताल बनाने में जुटे हैं।
अब उत्तर प्रदेश में 24 नहीं बल्कि 25 कोविड-19 अस्पताल बनकर तैयार हो गए हैं जिसमें पहला कोविड-19 पता लखनऊ पीजीआई में अपने ट्रामा सेंटर को ही कोविड-19 में बदल दिया था वही अब कानपुर मे भी जिलाधिकारी कानपुर ब्रम्हदेव राम तिवारी ने सरकार की मंशा को देखते हुए तो कानपुर में बने 100 शैय्या के मातृ शिशु अस्पताल को कोविड-19 हॉस्पिटल बना दिया है।
कानपुर में बनकर तैयार इस अस्पताल में कोरोना के मरीजों का उपचार शुरू कर दिया गया है। अभी तक इस अस्पताल में कुल 9 मरीज कोरोना संक्रमित अपना इलाज करा रहे हैं। कोरोना से जंग के लिए तैयार किए गए इस अस्पताल को आधुनिक वेंटिलेटर और अन्य उपकरणों से लैस किया गया है।
कानपुर केडीएम बी डी राम तिवारी ने इस नवनिर्मित अस्पताल को अपने अथक प्रयासों से कोविड-19 हॉस्पिटल में तब्दील कर दिया है। यह कानपुर के मशहूर अस्पताल लाला लाजपत राय यानी हैलट अस्पताल के ठीक पीछे बने इस अस्पताल की क्षमता 100 बेड की है। इस वैश्विक महामारी को देखते हुए डीएम बीडी राम तिवारी ने सरकार की मंशा से इसे पूरी तरह से कोविड-19 हॉस्पिटल में तब्दील कर दिया है।
इस आशंका को देखते हुए आने वाले समय में कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़ सकती है और उन्हें वेंटिलेटर की जरूरत पड़ सकती है। सरकार ने प्रदेश में यह अस्पताल तैयार कर दिया है। इस अस्पताल की जिम्मेदारी इमरजेंसी के प्रभारी चिकित्सालय अधीक्षक डॉ आर के मौर्या को दी गई है।