{ कानपुर से उपेंद्र की रिपोर्ट }
कोरोना से पीड़ित मरीजों की जांच करने के लिए उनके सैम्पल अभी तक कानपुर से बाहर भेजे जाते थे, जिसकी वजह से जांच रिपोर्ट आने में काफी समय लगता था।
इसको देखते हुए मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में टेस्टिंग लैब बनाई गयी है, इंडियन काउन्सिल आफ मेडिकल रिसर्च दिल्ली से अप्रूवल मिलने के बाद सोमवार को मंडलायुक्त व जिलाधिकारी ने लैब का उद्घाटन किया।
मंडलायुक्त सुधीर एम बोबडे ने बताया कि राज्य सरकार व चिकित्षा शिक्षा विभाग की तरफ से टेस्टिंग को प्राथमिकता दिया जा रहा है।
अभी तक मेडिकल कालेज में सैम्पल टेस्ट करने की सुविधा नहीं थी, लेकिन सोमवार को यंहा पर पीसीआर मशीन की स्थापना की गयी है। पीसीआर मशीन की मदद से पांच घंटे में 46 टेस्ट किये जा सकते है।
उनका कहना है कि जो हाट स्पॉट एरिया है वंहा से ज्यादा से ज्यादा सैम्पल लिए जाय जिससे पता चल सके की कोरोना को लेकर क्या प्रगति हो रही है।
मंडलायुक्त का कहना है कि हम लोग रैपिड किट भी लाने का प्रयाश कर रहे है, जिससे कानपुर केआसपास के जिलों को इसका फ़ायदा मिल सके और मेडिकल कालेज में बनाये गए टेस्टिंग लैब में कोरोना की जांच बिलकुल निशुल्क होंगी।