कानपुर में सेंट्रल स्टेशन, झकरकटी बस अड्डा आदि को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले अरशद अली उर्फ राहुल सिंह ने अपनी गर्लफ्रेंड की डिमांड पूरी करने को अपनी किडनी 3.50 लाख रुपये में बेची थी। इस बात का खुलासा जेल में बंद अरशद से पुलिस की पूछताछ में हुआ।
वहीं पुलिस का दावा है कि अरशद की किडनी का सौदा करने वाले गैंग का शहर के चर्चित किडनी कांड के गैंग से कोई कनेक्शन नहीं है। बाबूपुरवा थानाप्रभारी जर्नादन सिंह ने बताया कि 25 अक्तूबर को अरशद अली को झकरकटी के पास एक होटल से गिरफ्तार किया गया था।
वह अपनी बाबूपुरवा में रहने वाली गर्लफ्रेंड से मिलने आया था। मिलने से इंकार करने और विवाद होने के बाद उसने रेलवे स्टेशन व झकरकटी को बम से उड़ाने की धमकी देकर सभी को सकते में डाल दिया था। पुलिस के अनुसार सालों वो परिवार के साथ कानपुर छोड़कर प्रयागराज में बस गया था।
साल 2011 में प्रयागराज में भी बम से स्टेशन को उड़ाने की धमकी देने पर जेल गया था। फिर वहां से दिल्ली चला गया। पुलिस का कहना है कि आशंका है कि देश में कई किडनी बेचने वाले गैंग सक्रिय हैं। इनका दिल्ली और जयपुर के अस्पतालों से तो संपक हो सकता है लेकिन आपस में कोई कनेक्शन नहीं है।
पुलिस के अनुसार अरशद ने पुलिस को धोखा देने के लिए राहुल सिंह के नाम से फर्जी आईडी भी बनवा रखी थी। पुलिस ने जब उसे होटल से पकड़ा था तो उसने अपना नाम राहुल ही बताया था।