कन्नौज जिलाधिकारी ने एक नयी पहल शुरू कर बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना को और मजबूती देने का काम शुरू किया है। डीएम ने कार्ययोजना बनाकर एक साल तक की बेटियों को गिफ्ट पैक देने व उनके भविष्य के लिये जरूरी योजनाओं का लाभ एक ही मंच पर पहुंचाने का निर्णय लिया है। डीएम की इस नयी पहल से जिले में यह अभियान सरकार की मंशा के मुताबिक साकार होता दिख रहा है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ,स्वास्थ्य मंत्रालय और परिवार कल्याण मंत्रालय एवं मानव संसाधन विकास की एक संयुक्त पहल है। योजना के तहत बालिकाओं को संरक्षण और सशक्त करने के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत केंद्र सरकार ने 22 जनवरी 2015 को की थी।
इस योजना को लिंगानुपात वाले 100 जिलों में शुरू किया गया था। जिसे बाद में पूरे प्रदेश में लागू कर दिया गया, लेकिन आम जन सहभागिता न होने के चलते यह योजना लागातार अपने मकसद से पिछड़ती जा रही है।
कन्नौज जिले में लड़का लड़की लिंगानुपात में इस योजना के शुरू होने के बाद भी कोई खास बदलाव नही आया। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को आमजन तक पहुंचाने के लिये डीएम कन्नौज राकेश कुमार मिश्र ने एक नयी पहल शुरू की है।
उन्होंने जिले से एक साल तक की कन्याओं को चिन्हित करा उन्हें गिफ्ट देने व शासन की योजनाओं में प्राथमिकता से शामिल कराने का निर्णय लिया है। चयनित कन्याओं को माताओं के साथ बुलाकर बाकायदा एक भव्य कार्यक्रम के जरिये यह समारोह आयोजित होगा।
डीएम ने बताया कि इस तरह के प्रोग्राम लगातार चलते रहेंगे। ब्लॉक लेवल से लेकर तहसील स्तर तक इन कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जिसमे बेटी की महत्ता के बारे में अभिभावकों को जानकारी भी दी जाएगी।
डीएम राकेश मिश्रा खुद कार्यक्रम कि तैयारियों की कमान अपने हाथ मे लिये हैं। वह अपनी देखरेख में बच्चों के गिफ्ट पयक करा रहे हैं और नए तरीके की रूपरेखा तैयार के कार्यक्रम को असरकारक बनाने में जुटे हैं।