असम में जनसभा को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि, देश में लगभग 2,300 राजनीतिक दल हैं। जिसमें से 54 ऐसे राजनीतिक दल हैं जो क्षेत्रीय हैं, जिनको निर्वाचन आयोग से मान्यता प्राप्त हैं। आपको जानकर ये आश्चर्य होगा कि ये 54 राजनीतिक दल पारिवारिक दल बन चुके हैं, कोई भी दल वैचारिक दल नहीं है।
जेपी नड्डा ने कहा कि, लाखों लोगों को रातों रात अपना घर, जमीन छोड़कर अपना धर्म, अपनी इज्जत बचाने के लिए भारत आना पड़ा। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की संख्या 23% थी और आज वहां अल्पसंख्यकों की संख्या घटकर 3% रह गई है। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की संख्या 23% थी और आज 7% रह गई है। कहां चले गए वो लोग?, दुनिया जानना चाहती है।
धार्मिक उत्पीड़न से खुद को और अपने परिवारों को बचाने के लिए लाखों लोगों को रातोंरात स्थानांतरित करना पड़ा है। अफगानिस्तान में लगभग 50,000 सिख परिवार थे। आज, अफगानिस्तान में केवल 2,000 परिवार बचे हैं। बाकी लोग कहां गए?
जो 70 साल से नहीं लिए गए वो फैसले अब लिए जा रहे हैं। इसके आगे उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि, कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि धारा 370 से क्या फर्क पड़ता है? मैं आपको बताना चाहता हूं कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने से जम्मू-कश्मीर के लोग आपसे ज्यादा खुश हैं। अनुच्छेद 370 को रद्द करने से पहले जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक आरक्षण के लिए कोई आदिवासी सीट नहीं थी। पूरा लद्दाख और कारगिल आदिवासी है, लेकिन लोकसभा में कोई आदिवासी सीट नहीं थी।
पाकिस्तान में, हिंदुओं, सिखों, ईसाइयों, पारसियों, जैन और बौद्धों की आबादी 23% थी। आज, यह सिर्फ 3% है। ये 20% लोग कहां गए? क्या वे परिवर्तित थे? क्या उन्हें निष्कासित कर दिया गया था? क्या वे भाग गए? दुनिया जानना चाहती है। बांग्लादेश में, हिंदू, सिख, ईसाई, पारसी, जैन और बौद्धों की आबादी 23% थी। आज, यह सिर्फ 7% है। ये लोग कहां गए?
राहुल गांधी पर अटौक करते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि, मैं राहुल गांधी को चैलेंज करता हूं कि आप CAA पर 10 लाइनें बोल कर बताइए और 2 लाइनों में क्या आपका विरोध है बोलकर बताइए। जिसको मालूम ही नहीं है कि CAA क्या है? तो वो बताएगा क्या?, बस जनता को गुमराह कर रहे हैं।