देहरादून: आम आदमी पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता उमा सिसोदिया ने स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। सिसोदिया ने कहा कि पिछले चार साल में भाजपा सरकार पहाड़ में स्वास्थ्य सेवाएं बहाल नहीं कर पाई है, जिससे प्रसव के दौरान महिलाओं को जिंदगी-मौत से जूझना पड़ता है।
उमा सिसोदिया ने बयान जारी कर कहा कि उत्तराखंड को अलग राज्य बने 20 साल हो चुके हैं, लेकिन आज भी पहाड़ों में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाली के दौर से गुजर रही हैं। कहा कि पहाड़ में महिलाओं के सामने पहले से ही पहाड़ जैसी चुनौतियां हैं, उसके बाद प्रसव पीड़ा के दौरान सरकार की नाकामी का खामियाजा महिलाओं को भुगतना पड़ता है। पहाड़ में डॉक्टरों की कमी के चलते समुचित इलाज नहीं मिल पाता।
अधिकतर महिलाओं को 108 वाहन में ही बच्चे को जन्म देना पड़ रहा है। सीमांत जिले पिथौरागढ़ की बात करें तो यहां पिछले एक साल के अंदर हायर सेंटर रेफर के दौरान 85 बच्चों ने 108 वाहन में जन्म लिया। जिनमें से कई मामलों में नवजात की जान बचाना चुनौती बन गया। कहा कि ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिरकार 20 साल बीत जाने के बाद भी सरकारें इस समस्या का कोई भी समाधान क्यों नहीं निकाल पाईं।
मौजूदा सरकार के कार्यकाल को चार साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन झूठे आंकड़ों पर राज्य सरकार जनता को गुमराह करने का काम कर रही है। कहा कि अगर आगामी चुनाव में आप उत्तराखंड में सरकार बनाती है तो दिल्ली की तरह उत्तराखंड में भी स्वास्थ्य सेवाओं पर बेहतरी से कार्य करेगी।