नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर में हो रही लगातार बारिश के बीच बुधवार को अमरनाथ गुफा के पास अचानक बादल फटने से सिंधु नदी का जलस्तर बढ़ गया है। एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल के लिए रवाना हो गई है। हालांकि, यहां दो एनडीआरएफ टीमें पहले से मौजूद हैं। अमरनाथ यात्रा इस बार स्थगित है और जिस स्थान पर ये हादसा हुआ है, वहां अभी कोई भी यात्री मौजूद नहीं है।
बता दें कि इससे पहले किश्तवाड़ जिले के एक सुदूर गांव में तड़के साढ़े चार बजे बादल फटने से सात लोगों की मौत हो गई थी और 17 अन्य घायल हुए थे। इसके साथ ही कई मकानों, खड़ी फसलों और एक लघु पनबिजली संयंत्र को नुकसान पहुंचा था। जम्मू-कश्मीर प्रशासन के अधिकारी स्थितियों को लेकर सतर्क हो गए हैं।
#WATCH Cloudburst hits near the Amarnath cave in Jammu and Kashmir; No loss of life reported
Two SDRF teams are present at the cave; One additional team of SDRF deputed from Ganderbal
(Video source: Disaster Management Authority, J&K) pic.twitter.com/UgtOOoGAZG
— ANI (@ANI) July 28, 2021
अधिकारियों ने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में कारगिल के विभिन्न क्षेत्रों में दो बादल फटने से एक लघु पनबिजली परियोजना, लगभग 12 मकान और खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा है। दूसरी ओर, हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति में उदयपुर के तोजिंग नाले में आई बाढ़ में सात लोगों की मौत हो गई, दो घायल हो गए और तीन अभी भी लापता हैं, जबकि चंबा में दो लोगों की मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि कुल्लू जिले में एक महिला, उसके बेटे, एक जलविद्युत परियोजना अधिकारी और दिल्ली के एक पर्यटक सहित चार लोगों के मारे जाने की आशंका है। किश्तवाड़ में नाले के किनारे स्थित 19 घर, 21 गौशाला और राशन डिपो के अलावा एक पुल भी बादल फटने से क्षतिग्रस्त हो गया।
पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह ने लिया जायजा
अधिकारियों ने बताया कि दच्चन तहसील के होन्जर गांव में बादल फटने की जगह से लापता 14 से अधिक लोगों का पता लगाने के लिए पुलिस, सेना और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की ओर से तलाशी और बचाव अभियान जारी है। किश्तवाड़ जिले में बादल फटने से हुई जनहानि पर शोक व्यक्त करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि उन्हें कई लोगों की मौत से गहरा दुख हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि केंद्र किश्तवाड़ की स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह से बात की और बादल फटने से पैदा हुए हालात का जायजा लिया।
14 लापता, नाले की बाढ़ में बहे 12 मजदूर
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘बादल फटने से प्रभावित गांव (किश्तवाड़) से सात शव बरामद किए गए, जबकि 17 अन्य को बचा लिया गया।’ उन्होंने कहा कि 14 लापता लोगों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है और बचाए गए पांच लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। मोख्ता ने बताया कि लाहौल के उदयपुर में मंगलवार रात करीब आठ बजे बादल फटने के कारण अचानक आई बाढ़ में मजदूरों के दो तम्बू और एक निजी जेसीबी मशीन बह गई। उन्होंने कहा कि उदयपुर के तोजिंग नाले में अचानक आई बाढ़ में 12 मजदूर बह गए। उन्होंने कहा कि इनमें से सात शव बरामद हुए, दो को बचाया गया और तीन अभी भी लापता हैं।