रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: इजराइल और फिलीस्तीन के बीच हाल ही में जारी 11 दिनों का संघर्ष खत्म किया गया था। फिलीस्तीन ने इजराइल पर पहले रॉकेट से हमला किया था। जिसके बाद इजराइली सेना ने एयर स्ट्राइक कर फिलीस्तीन के कई इमारतों को तबाद कर दिया था। उस वक्त कहा जा रहा था कि इजराइल में चुनाव है, इस लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री नेतन्याहू ऐसा करवा रहें हैं। लेकिन अब इजराइल में नई सरकार के सत्ता में आते ही युद्ध का नया दौर शुरू होता दिख रहा है। AFP ने फलीस्तीनी सुरक्षा सूत्रों के हवाले से कहा है कि इस्राइल ने गाजा में हवाई हमला किया है। दो दिन पहले ही इजराइल में नेफ्टाली बेनेट की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार का गठन हुआ है।
AFP के सूत्रों का मानें तो बुधवार सुबह फलीस्तीन की तरफ से आतंकियों ने दक्षिण इजराइल की तरफ भड़काऊ बैलून भेजे थे। जिसके बाद इजराइल ने हवाई हमला किया। इतनी ही नहीं सैकड़ों की संख्या में इजराइल के राष्ट्रवादियों ने ताकत का प्रदर्शन करने के लिए मंगलवार को पूर्वी यरूशलम में परेड की। घटनाक्रम के कारण गाजा पट्टी में हमास आतंकवादियों के साथ युद्ध के महज कुछ ही सप्ताह बाद नये सिरे से हिंसा भड़कने का खतरा पैदा हो गया।
इसके बाद गाजा में फिलीस्तीनियों ने गुब्बारे छोड़ कर इसका जवाब दिया। इस गतिविधि से दक्षिणी इजराइल में कम से कम 10 स्थानों पर आग लग गई। इजराइलियों द्वारा की गई मार्च नई सरकार के लिए और साथ ही साथ हमास के बीच 11 दिनों के युद्ध को खत्म करने वाली संधि के लिए एक परीक्षा साबित होगी।
जबकि फिलीस्तीनी इस मार्च को उकसावे वाली हरकत मान रहे हैं। हमास ने फिलीस्तीनियों से इस मार्च का प्रतिरोध करने की अपील की है। संगीत की धुन के साथ सैकड़ों की संख्या में यहूदी राष्ट्रवादी दमिश्क गेट के सामने बढ़ने से पहले सैकड़ों मीटर तक इकठ्ठा हुए। इनमें से कई के हाथों में इजराइली झंडे थे और वे नाच रहे थे तथा धार्मिक गीत गा रहे थे।
आपको बता दें कि मार्च से पहले इजराइली पुलिस ने दमिश्क गेट के सामने के इलाके को खाली कराया था। इतना ही नहीं यातायात बंद कर दिया, दुकानों को बंद करने का आदेश दिया और युवा फिलीस्तीनी प्रदर्शनकारियों को वहां से भगा दिया। इस कार्रवाई में पुलिस के साथ झड़पों में पांच लोग घायल हो गए।
कूटनीतिक तरीके से देखें को यहूदियों द्वारा की गई इस परेड ने इजराइल के नये प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट के लिए एक शुरुआती चुनौती पेश कर दी है। आपको बता दें कि बेनेट एक कट्टरपंथी इजराइली राष्ट्रवादी हैं।