कोरोना वायरस का कहर हर क्षेत्र में देखने को मिल रहा है, इसकी वजह से यातायात पर काफी गहरा असर पड़ा है, जिसकी वजह से हवाई यात्राएं रोक दी गई है, कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। यहां तक की पूरे देश में सन्नाटा छाया हुआ है।
ऐसे में भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने लोगों से कहा है कि वे उन ट्रेनों के लिए ऑनलाइन बुक किए गए टिकटों को रद्द न करें जिन्हें रद्द कर दिया गया है और उन्हें आश्वासन दिया है कि उन्हें खुद ही पूरा पैसा मिल जाएगा।
IRCTC ने एक बयान में यह भी कहा कि, रेलवे यात्री ट्रेनों को बंद किए जाने के बाद ई-टिकट रद्द करने को लेकर संदेह जताया जा रहा है। इसके साथ ही यह भी कहा गया कि, ‘यात्री की ओर से कोई रद्द करने की आवश्यकता नहीं है। यदि यात्री अपनी टिकट को रद्द करता है, तो संभावना है कि उसे कम पैसा मिले। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे उन ट्रेनों के लिए ई-टिकट को रद्द न करें, जिन्हें रेलवे ने रद्द कर दिया है।’
वहीं, ई-टिकट की बुकिंग के लिए यात्री द्वारा इस्तेमाल किए गए खाते में उसका पैसा भेज दिया जाएगा। रेलगाड़ी रद्द होने के मामले में रेलवे द्वारा कोई शुल्क नहीं काटा जाएगा। कोरोना वायरस के चलते रेलवे ने ट्रेनों को 31 मार्च तक रद्द कर दिया है।
गौरतलब हो कि, आज पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि, अब पूरे राज्य में लॉकडाउन लागू कर दिया गया है, उन्होंने लोगों से अपील की कि लोग अपने घरों से बाहर न निकले, और जो लोग इस लड़ाई में लड़ रहे हैं उनके लिए प्रार्थना करे। पीएम मोदी ने 21 दिन के लिए लॉकडाउन घोषित कर दिया है।