नई दिल्ली : पंजशीर पर तालिबान के कब्जे के दावे के बीच ईरान ने बड़ा बयान दिया है और कहा है कि अफगानिस्तान की धरती पर किसी तरह का विदेशी दखल बर्दाश्त नहीं करेंगे। आपको बता दें कि ईरान का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब पंजशीर ने पाकिस्तानी वायुसेना पर ड्रोन अटैक कर तालिबानी लड़ाकों के मदद करने का आरोप लगाया है।
अफगानिस्तान के पंजशीर में पाकिस्तानी वायुसेना द्वारा किए गए ड्रोन अटैक को लेकर ईरान (Iran) भड़क गया है। ईरान का कहना है कि इस तरह किसी भी बाहरी ताकत द्वारा हमला किया जाना गलत है और इसकी जांच की जानी चाहिए।
د ایران بهرنیو چارو وزارت ویلي، چې په پنجشېر ولایت د بهرني هېواد بریدونه باید وڅېړل شي او ایران د دې موضع څېړنه پیل کړې ده.
د ایران بهرنیو چارو وزارت ویاند سعید خطیبزاده که څه هم د پاکستان نوم نهدی یاد کړی، خو ویلي یې دي چې ایران پر پنجشېر د بهرني هېواد یاد بریدونه غندي. pic.twitter.com/HptOwmPqy5
— Khaama Press (KP) (@khaama) September 6, 2021
सोमवार को ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता द्वारा इस हमले की निंदा की गई। ईरान का कहना है कि बीती रात जो हमला हुआ है, वह निंदनीय है। इस हमले में जिन अफगान नेताओं की जान गई है, उनके प्रति वह श्रद्धांजलि देते हैं।
पंजशीर को लेकर जारी है संघर्ष
गौरतलब है कि तालिबान द्वारा लंबे वक्त से पंजशीर पर कब्जे की कोशिश की जा रही है। लेकिन नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाकों द्वारा यहां लगातार तालिबान को चुनौती दी जा रही है। इस बीच तालिबान ने पंजशीर पर कब्जे का दावा किया है।
हालांकि, नॉर्दर्न एलायंस ने इस दावे को गलत बताया है। नॉर्दर्न एलायंस ने ही पाकिस्तान द्वारा पहुंचाई जा रही मदद को लेकर खुलासा किया गया था। नॉर्दर्न एलायंस ने पहले सीजफायर की अपील की थी, लेकिन तालिबान ने उसे ठुकरा दिया था। हालांकि, तालिबान ने ये भी कहा कि वह किसी भी मसले को चर्चा कर सुलझाना चाहता है।
ये तब हुआ है जब पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के प्रमुख इस वक्त काबुल में ही हैं और तालिबान की नई सरकार के गठन के दौरान अहम भूमिका निभा रहे हैं। तालिबान और हक्कानी नेटवर्क में सरकार गठन को लेकर कुछ अनबन चल रही है, माना जा रहा है कि ISI दोनों को साथ लाने की कोशिश में है।