थाईलैंड की राजधानी में लगे प्रतिबंध के बावजूद गुरुवार को केंद्रीय बैंकाक के एक वाणिज्यिक जिले में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए। बता दें कि देश में हो रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनों को रोकने के लिए आपातकाल की घोषणा की गई है।
इसके बावजूद प्रदर्शनकारी यहां इकट्ठा हुए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने हफ्तेभर में गिरफ्तार किए गए 40 प्रदर्शनकारियों की रिहाई के नारे लगाए। वहीं पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को पीछे की तरफ धकेला और कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी।
इससे पहले यहां की मीडिया ने गुरुवार को जानकारी दी थी कि अधिकारियों ने बैंकॉक में चल रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनों को रोकने के लिए आपातकाल घोषित कर दिया है, जिसके बाद अधिकारियों को विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की अनुमति मिल गई है।
पिछले दो दिनों से बैंकाक में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारी राजसत्ता संविधान में संशोधन की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार को प्रदर्शनकारी रात भर प्रधानमंत्री कार्यालय के बाहर डेरा डाले रहे। इसके बाद थाई पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के एक समूह को तितर-बितर कर दिया। पुलिस कार्रवाई करते हुए प्रदर्शनकारियों को ट्रकों में भरकर यहां से ले गई।
आपातकाल के दौरान पांच या अधिक लोगों के जमा होने पर बैन है। इसके साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा का उल्लंघन करने वाले समाचार या ऑनलाइन संदेशों के प्रकाशन पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।
बुधवार को बैंकाक में आयोजित रैलियों में लगभग 10,000 प्रदर्शनकारी शामिल हुए थे। ये लोग प्रधानमंत्री 2014 के तख्तापलट के परिणामस्वरूप सत्ता में आए प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओ-चा के इस्तीफे की मांग को लेकर कई महीनों से सरकार विरोधी प्रदर्शन कर रहे हैं।