कोरोना वायरस को लेकर भारत सरकार सतर्क है और इससे निपटने के लिए तमाम कोशिशें कर रही है, इस बीच विदेश मंत्रालय की ओर से इन प्रयासों की जानकारी दी गई। कहा गया है कि, विदेश मंत्रालय के कंट्रोल रुम में 25-30 लोग काम कर रहे हैं, और कंट्रोल रूम को रोज 400 ई-मेल और 1000 कॉल आ रहे हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि, हम सार्क नेताओं के साथ पीएम की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान घोषित प्रस्तावों पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। आपातकालीन निधि भी दी जा रही है। हमें अन्य सार्क देशों से मास्क, दस्ताने आदि के रूप में कई अनुरोध प्राप्त हुए हैं।
उन्होंने पाकिस्तान के सार्क देशों की वीडियो कॉनफ्रेंसिंग में पाकिस्तान की ओर से कश्मीर मुद्दा उठाए जाने को लेकर कहा कि यह मंच वैश्विक महामारी से निपटने के प्रयासों को साझा करने के लिए था। यह एक मानवीय मंच था, जिसका पाकिस्तान ने दुरुपयोग किया।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, हमने ईरान में बेहद गंभीर स्थिति के बीच 590 लोगों को निकाला है। ईरान में कोरोना वायरस से संक्रमित भारतीयों को अलग कर दिया गया और उनकी अच्छी तरह देखभाल की व्यवस्था की गई है। हमें विश्वास है कि वे ठीक हो जाएंगे और हम उन्हें वापस लाएंगे।