लखनऊ : उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के सांगीपुर विकास खंड में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे बीजेपी सांसद संगम लाल गुप्ता से कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मारपीट की। इस दौरान वे गंभीर रुप से चोटिल हो गये। आरोप है कि कांग्रेसियों ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इसके बाद सांसद संगमलाल गुप्ता की कई गाड़ियों को पथराव और लाठी-डंडे से क्षतिग्रस्त कर दिया। मारपीट की इस घटना में कई कार्यकर्ता और पुलिस के कई लोगों के घायल होने की सूचना है।
जानकारी के मुताबिक बीजेपी सांसद गरीब कल्याण मेले में हिस्सा लेने सांगीपुर ब्लॉक गए थे। वहां पर उनके समर्थकों और कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी के समर्थकों के बीच बहस हो गई। कुछ ही देर में मामला इतना बढ़ गया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हॉल के अंदर ही बीजेपी सांसद गुप्ता को पीटना शुरू कर दिया। साथ ही उनके कपड़े भी फाड़ दिए गए। इसके बाद लंगड़ाते हुए सांसद बाहर की ओर भागे और फिर सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें कार में बैठाया।
#WATCH | Pratapgarh: A clash broke out b/w supporters of Congress leader Pramod Tiwari & BJP MP Sangam Lal Gupta at ‘Garib Kalyan Mela’ in Sangipur where both leaders were present. MP & his supporters were allegedly chased & beaten by Tiwari’s supporters
(Note: Abusive language) pic.twitter.com/Ra9e1HrxqH
— ANI UP (@ANINewsUP) September 25, 2021
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी भारी बल के साथ मौके पर पहुंचे और उपद्रवियों को वहां से खदेड़ा। वहीं मीडिया से बात करते हुए बीजेपी सांसद ने कहा कि वो मंच की ओर जा रहे थे। उस दौरान वहां पर पहले से ही 50-60 लोग प्लानिंग करके बैठे थे। साथ ही इंस्पेक्टर सांगीपुर के साथ मारपीट की कोशिश की जा रही थी। जैसे ही उन्होंने रोका, वैसे ही उनके ऊपर हमला कर दिया गया। जिसमें उनको काफी चोट लगी है। कुछ उपद्रवियों ने उनकी गाड़ी में भी तोड़फोड़ की।
भाजपा सरकार में जिस तरह सरेआम हिंसा को प्रोत्साहन-संरक्षण दिया गया, उसका ख़ामियाज़ा आज उसके ही सांसदों-विधायकों को भुगतना पड़ रहा है। ये अपने जनप्रतिनिधियों तक को संरक्षण नहीं दे पा रही है।
उप्र भाजपा सरकार में क़ानून-व्यवस्था फ़रार है।
जनआक्रोश का हिंसक होना अच्छा नहीं होता। pic.twitter.com/0p25LDNEQz
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 25, 2021
बीजेपी सांसद पर हुए हमले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, ‘ भाजपा सरकार में जिस तरह सरेआम हिंसा को प्रोत्साहन-संरक्षण दिया गया, उसका ख़ामियाज़ा आज उसके ही सांसदों-विधायकों को भुगतना पड़ रहा है। ये अपने जनप्रतिनिधियों तक को संरक्षण नहीं दे पा रही है। उप्र भाजपा सरकार में क़ानून-व्यवस्था फ़रार है। जनआक्रोश का हिंसक होना अच्छा नहीं होता।’
वहीं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर लिखा कि प्रतापगढ के सांगीपुर ब्लॉक में आयोजित गरीब कल्याण मेले में सांसद और बीजेपी पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव संगम लाल गुप्ता पर हमला करने वाले गुंडों के खिलाफ कठोर कारवाई जल्द से जल्द किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। एक भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा।
पहले से थे खतरा?
बीजेपी सांसद ने इसी साल अगस्त में दिल्ली के नॉर्थ एवेन्यू थाने में एक रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। जिसमें बताया गया कि उनसे कुछ लोगों ने 5 करोड़ की फिरौती मांगी है। साथ ही धमकी दी की वो अगर रकम नहीं देंगे, तो उनको बम से उड़ा दिया जाएगा।