इन दिनों भारत में बढते कोरोना को देखते हुए एशियाई चैंपियन और भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि, ‘सर्वप्रथम, हमें कोरोनावायरस से लड़ना होगा। समूचे विश्व में यह बीमारी महामारी की तरह फैल चुकी है।
इस दौरान ओलंपिक का आयोजन खतरे से खाली नहीं होगा, क्योंकि कोई नहीं जानता कि हालात सुधरने में कितना वक्त लगेगा। जिंदगी रही तो ओलिंपिक खेल पाएंगे। लेकिन अगर कोई अपनी जिंदगी ही गंवा दे तो फिर ओलिंपिक का क्या मतलब है?’
बजरंग कोरोना के चलते टोक्यो ओलंपिक को टालने के पक्ष में है, बजरंग ने साफ कर दिया है कि अगर जिंदगी रही तो ओलंपिक खेल पाएंगे। 65 किलो वर्ग में दुनिया के श्रेष्ठ पहलवानों में शुमार बजरंग का कहना है कि, ‘अगर इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी तय समय पर ही टोक्यो ओलंपिक का आयोजन करता है और दूसरे देश भी इसमें शामिल होते हैं तो मजबूरन हमें भी भाग लेना होगा, लेकिन अगर वे दो-चार माह में हालात सामान्य होने का इंतजार किया जाए तो सभी की भलाई ही होगी।