28 जनवरी से 14 फरवरी तक होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों के लिए अब केवल 59 दिन बचे हैं, तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। अधिकांश खेलों के लिए डायरेक्टर ऑफ कंपटीशन (DOC) की नियुक्ति हो चुकी है लेकिन कुछ की नियुक्ति अभी भी लंबित है, जिस वजह से अधिकारियों में चिंता बढ़ हुई है।
विशेष प्रमुख सचिव अमित सिन्हा के अनुसार, निर्धारित 34 खेलों में से 25 डीओसी की नियुक्ति हो चुकी है। गुरुवार तक जूडो और शूटिंग के लिए डीओसी नियुक्त किए जा चुके हैं।
इनमें से अधिकांश ने अपने-अपने खेल स्थलों के लिए स्थल निरीक्षण भी पूरा कर लिया है। हालांकि, खेल निदेशालय को अभी करीब नौ और खेलों के लिए डीओसी की नियुक्ति का इंतजार है।
DOC एक महत्वपूर्ण पद है जो खेलों के दौरान किसी विशेष खेल के आयोजन से संबंधित सभी प्रमुख निर्णयों की देखरेख के लिए जिम्मेदार होता है।
तेजी से चल रही तैयारियों के बावजूद, कई खेलों के लिए डीओसी की नियुक्ति में देरी ने खेल निदेशालय के लिए चिंता बढ़ा दी है। अधिकारियों का कहना है कि डीओसी की नियुक्ति प्रत्येक खेल के राष्ट्रीय महासंघ की जिम्मेदारी है।
मेजबान संस्था के रूप में भारतीय ओलंपिक संघ ने सभी राष्ट्रीय खेल महासंघों को पहले ही सूचित कर दिया है कि 28 जनवरी से 14 फरवरी तक होने वाले राष्ट्रीय खेलों की तैयारियाँ चल रही हैं।
आईओए ने महासंघों से डीओसी की नियुक्ति प्रक्रिया में तेजी लाने का आग्रह किया है। हालाँकि प्रक्रिया में तेज़ी आ गई है, लेकिन कई डीओसी की नियुक्ति अभी भी होनी है।
बता दें कि जूडो के पूर्व डीओसी सतीश शर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। सतीश, जो उत्तराखंड जूडो फेडरेशन के महासचिव भी हैं, वो पिछले 17 वर्षों से राष्ट्रीय जूडो टीम के कोच के रूप में अपनी प्रतिबद्धताओं के कारण पद छोड़ने का फैसला किया।
उन्होंने बताया कि टीम को प्रशिक्षित करने और राज्य के लिए पदक जीतने में उनकी मदद करने की उनकी जिम्मेदारी अधिक मांग वाली थी, और वह दोनों भूमिकाओं में संतुलन नहीं बना पा रहे थे।
उनके इस्तीफे के बाद, मुनव्वर अंजार को जूडो के लिए नया डीओसी नियुक्त किया गया है। इसके अतरिक्त, अशोक मित्तल को भी शूटिंग के लिए डीओसी नियुक्त किया गया है।
This Post is written by Abhijeet Kumar yadav