{ गाजियाबाद से प्रवीण की रिपोर्ट }
कोरोना जैसी महामारी में लड़ने के लिए कई योद्धा सामने आ रहे हैं जैसे डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ,लेकिन इसके अलावा जो सबसे महत्वपूर्ण विभाग है जो इस लड़ाई में सबसे ज्यादा साथ दे रहा है वह खाकी वाले हैं।
इसमें भी महिला पुलिसकर्मी दोहरी जिम्मेदारी निभा रही है। हमारी टीम ने गाजियाबाद में तैनात महिला पुलिस कर्मियों से उनका हाल जाना तो पता चला कि उन्हें कई महीने हो गए ना अपने माता-पिता से मिले ना अपने बच्चों से।
यही नहीं इसकेअलावा ड्यूटी पूरी करने के बाद खुद खाना बनाना भी एक बड़ी जिम्मेदारी है, हालांकि सभी महिला पुलिस कर्मियों ने कहा कि देश सेवा से बढ़कर उनके लिए कोई नहीं है।
वो कहती है, किसी की सास तो किसी का पिता तो किसी के बच्चे उनका हौसला अफजाई करते हैं
वही एक महिला पुलिसकर्मी ऐसी भी मिली जो महज 16 माह के बच्चे की मां है और कई महीने से उससे दूर है।
आरएनआई न्यूज़ ऐसी महिलाओं के जज़्बे और हौसले को सलाम करते हुए अपील करता है की पुलिस वालो का जितना हो सके उतना साथ दे ताकि जल्द देश को कोरोना के संकट से निजात मिले।