मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्य के 8.84 लाख किसानों के खातों में कुल 653.34 करोड़ रुपये सीधे ट्रांसफर किए। यह राहत राशि उन किसानों को दी गई है जिनकी फसल अत्यधिक बारिश, कीट व्याधि या पीला मोज़ेक जैसी समस्याओं के कारण बर्बाद हो गई थी। सीएम मोहन यादव ने 13 जिलों के 3,554 गांवों के 8,84,772 प्रभावित किसानों के खातों में यह राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से भेजी। राहत राशि पाने वाले जिलों में मंदसौर, खंडवा, विदिशा, सिवनी, बुरहानपुर, बड़वानी, उज्जैन, नीमच, रतलाम, मंडला, शहडोल और दामोह शामिल हैं। जिन जिलों में 21 प्रतिशत से अधिक बारिश हुई, वहां के किसानों के खातों में यह राशि भेजी गई।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने प्रभावित किसानों से भी बात की और उनकी समस्याएं सुनी। वर्ष 2025-26 में भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित किसानों को पहले ही लगभग 230 करोड़ रुपये की राशि दी जा चुकी है। इस बार पहली बार पीला मोज़ेक के कारण सोयाबीन की फसल प्रभावित होने पर भी किसानों को राहत दी गई। इस योजना के तहत 1,700 गांवों के 4,94,000 किसानों के खातों में पहली बार राहत राशि भेजी गई है।
इसके अलावा सीएम मोहन यादव ने भावांतर योजना को लेकर बड़ा ऐलान किया। सोयाबीन किसानों के लिए ई-पंजीयन पोर्टल पर पंजीकरण अब 3 अक्टूबर से शुरू कर दिया गया है, जबकि पहले यह 10 अक्टूबर से शुरू होना था। इस योजना के तहत अगर किसानों को मंडी में उचित दाम नहीं मिलता है, तो सरकार उन्हें अंतर राशि का भुगतान करेगी। पंजीकरण के 15 दिनों के भीतर ही राशि सीधे किसानों के खाते में भेजी जाएगी, जिससे किसानों को तुरंत लाभ मिलेगा।