संग्रामपुर (मोतिहारी) के यतीन्द्र कश्यप हेचरी और मछली पालन से साल में 80 से 90 लाख रुपए की इनकम कर एरिया किसानों और बेरोजगारों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने हुए हैं. इससे वे अच्छी आय कर रहे हैं.
शुरू में तो उन्हें भी जानकारी के आभाव में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था, कई सारे विशेषज्ञों से मिलने के बाद उन्हें पता चला कि मछली पालन के लिए नई तकनीक को अपनाना ही फायदेमंद हो सकता है, आज उनकी आमदनी लाखों में हो गई है, वैसे मछली पालन उनका पुश्तैनी पेशा है और उनके पूर्वज पहले भी मछली पालन करते आए हैं।
यतीन्द्र कश्यप ने 5 साल पहले मछली पालन की शुरुआत की थी और सिर्फ दो साल में ही उन्हें मुनाफा होने लगा। उनकी शानदार मेहनत का नतीजा है कि आज वह करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा बन चुके हैं।
आज वो अपने क्षेत्र के कई मछली पलकों का भला कर रहे हैं और खुद भी साल में 80 से 90 लाख रूपए कमा रहे हैं। आपको बता दे, एक हेचरी लगाने में 12 से 15 लाख का खर्च आता है लेकिन उन्होंने निवेश किया और शुरुआत में घाटा हुआ, इसके बाद उन्होंने जोखिम उठाया और अनुभवी लोगों से राय ली और देखते ही देखते उन्हें मुनाफा होने लगा। एक हेच से पैदा होने मछली के बच्चों का बाजार मूल्य 3 -5 लाख रूपए है।