प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) को शुरू हुए आज 9 साल पूरे हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2016 में शुरू की गई इस योजना ने किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच प्रदान किया है। इस योजना के तहत अब तक 21.95 करोड़ किसानों को लाभ मिल चुका है और 1.72 लाख करोड़ रुपये के दावों का भुगतान किया जा चुका है।
क्या है प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना?
PMFBY का उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं, सूखा, बाढ़, ओलावृष्टि, चक्रवात, कीट और बीमारियों के कारण फसल नुकसान झेलने वाले किसानों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। इससे किसानों की आय को स्थिर रखने के साथ-साथ उन्हें आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है।
योजना में तकनीक का बढ़ता उपयोग
PMFBY के तहत किसानों को तेजी से मुआवजा दिलाने और प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है।
✅ ड्रोन और उपग्रह इमेजरी से फसल नुकसान का सटीक आकलन किया जाता है।
✅ सीसीई-एग्री ऐप के माध्यम से डेटा को सीधे अपलोड किया जाता है।
✅ येस-टैक प्रणाली से उपज हानि और बीमा दावों का अनुमान अधिक सटीक किया जा रहा है।
मौसम आधारित फसल बीमा योजना (RWBCIS)
PMFBY के साथ-साथ मौसम आधारित फसल बीमा योजना (RWBCIS) भी किसानों के लिए लागू है। यह योजना विशेष रूप से तापमान, वर्षा और अन्य मौसमीय कारकों पर आधारित होती है, जिससे किसान फसल हानि के लिए बीमा कवर प्राप्त कर सकते हैं।
योजना को 2025-26 तक जारी रखने की मंजूरी
PMFBY की सफलता को देखते हुए, केंद्र सरकार ने इसे 69,515.71 करोड़ रुपये के कुल बजट के साथ 2025-26 तक जारी रखने की मंजूरी दे दी है। इससे किसानों को लगातार राहत मिलती रहेगी।
योजना के प्रमुख लाभ
किफायती प्रीमियम – खरीफ फसलों पर 2%, रबी फसलों पर 1.5% और बागवानी फसलों पर 5% प्रीमियम तय किया गया है। शेष राशि सरकार द्वारा वहन की जाती है।
समय पर मुआवजा – दो महीने के भीतर दावों का निपटारा किया जाता है।
व्यापक कवरेज – प्राकृतिक आपदाओं, कीट और रोगों से होने वाले नुकसान को कवर किया जाता है।
फसल कटाई के बाद भी बीमा सुरक्षा – 14 दिनों तक कटाई के बाद हुए नुकसान पर भी बीमा का लाभ मिलता है।
21.95 करोड़ किसानों को मिला फायदा
इस योजना के तहत अब तक 72.61 करोड़ से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं और 21.95 करोड़ किसानों को लाभ मिला है। कई राज्यों ने किसानों के हिस्से का प्रीमियम माफ कर दिया है, जिससे योजना और अधिक सुलभ बन गई है।
PMFBY ने बदली भारतीय कृषि की तस्वीर
पिछले 9 वर्षों में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ने कृषि क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाया है। पारदर्शिता, आधुनिक तकनीकों और किफायती प्रीमियम दरों के कारण यह किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। आने वाले वर्षों में यह योजना और अधिक प्रभावी होगी और किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने में अहम भूमिका निभाएगी।