ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, अब तक 30.58 करोड़ असंगठित श्रमिक पंजीकृत हो चुके हैं। 2024 में 1.23 करोड़ से अधिक श्रमिकों ने पंजीकरण कराया, और हर दिन औसतन 33,700 नए श्रमिक जुड़ रहे हैं। इस पोर्टल के माध्यम से श्रमिकों को सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण की संख्या अब 30.58 करोड़ के आंकड़े को पार कर चुकी है। 2024 में ही 1.23 करोड़ से अधिक श्रमिकों ने इस पोर्टल पर पंजीकरण कराया, और हर दिन औसतन 33,700 श्रमिक नए पंजीकरण करवा रहे हैं। यह पोर्टल अब असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन बन गया है, जो उन्हें सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिला रहा है।
ई-श्रम पोर्टल के प्रमुख लाभ और सुविधाएं
22 भाषाओं में बढ़ी पहुंच: श्रमिकों के लिए पोर्टल को अब 22 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध कराया गया है। इस बहुभाषी सुविधा से विभिन्न राज्य और भाषाई समूहों के श्रमिकों को बेहतर तरीके से जोड़ा जा रहा है, जिससे उनका समावेशन बढ़ा है और योजनाओं का लाभ आसानी से मिल पा रहा है।
यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) से आसान पंजीकरण: ई-श्रम पोर्टल श्रमिकों को यूएएन (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर) प्रदान करता है, जो उन्हें सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने में मदद करता है। पोर्टल पर 12 केंद्रीय योजनाओं का एकीकरण किया गया है, जिससे श्रमिक एक ही प्लेटफॉर्म से अनेक योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं।
रोजगार अवसरों के लिए NCS के साथ एकीकरण: पोर्टल को नेशनल कैरियर सर्विस (NCS) पोर्टल से जोड़ा गया है, जिससे श्रमिक अपने यूएएन का उपयोग करके नौकरी के अवसर खोज सकते हैं। यह श्रमिकों के लिए बेहतर रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाता है और उनकी कार्य क्षमता में सुधार करता है।
प्रधानमंत्री श्रम योगी मान-धन योजना (PM-SYM): ई-श्रम पोर्टल को प्रधानमंत्री श्रम योगी मान-धन योजना के साथ भी एकीकृत किया गया है। यह योजना 18 से 40 वर्ष के असंगठित श्रमिकों के लिए पेंशन प्रदान करती है, जिससे वे 60 वर्ष की आयु प्राप्त करने के बाद ₹3,000 मासिक पेंशन प्राप्त कर सकते हैं।
प्रवासी श्रमिकों के लिए नए प्रावधान: प्रवासी श्रमिकों के परिवार विवरण एकत्र करने के लिए एक नया प्रावधान जोड़ा गया है, जिससे उन्हें सरकारी योजनाओं में शामिल किया जा सके। इसके अलावा, निर्माण श्रमिकों के डेटा को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ साझा किया जा रहा है, जिससे उनके पंजीकरण की प्रक्रिया सरल हो रही है।
MyScheme पोर्टल के साथ एकीकरण: ई-श्रम पोर्टल को MyScheme पोर्टल के साथ जोड़ा गया है, जिससे नागरिक अपनी पात्रता के आधार पर सरकारी योजनाओं की खोज और जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह तकनीकी समाधान श्रमिकों को सही योजनाओं तक पहुँचने में मदद करता है।
क्या है ई-श्रम पोर्टल
श्रम और रोजगार मंत्रालय ने आधार से जुड़े असंगठित श्रमिकों (एनडीयूडब्ल्यू) का एक व्यापक राष्ट्रीय डेटाबेस बनाने के लिए 26 अगस्त, 2021 को ई-श्रम पोर्टल लॉन्च किया। ई-श्रम पोर्टल का उद्देश्य असंगठित श्रमिकों को सेल्फ-डिक्लेरेशन के आधार पर यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) प्रदान करके उनका पंजीकरण और समर्थन करना है।वर्तमान में विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों की 12 योजनाएं ई-श्रम पोर्टल के साथ एकीकृत हैं और जो अब 22 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है।
ई-श्रम पोर्टल का श्रमिकों के जीवन में प्रभाव
ई-श्रम पोर्टल असंगठित श्रमिकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है, जो उन्हें सामाजिक सुरक्षा, कल्याणकारी योजनाएं, और रोजगार अवसरों तक पहुंच प्रदान करता है। यह पोर्टल सरकार की योजनाओं को श्रमिकों तक पहुंचाने में मदद कर रहा है और उन्हें सशक्त बना रहा है, जिससे उनका जीवन स्तर बेहतर हो रहा है।
ई-श्रम पोर्टल के निरंतर सुधार और इसके विभिन्न सरकारी मंचों के साथ एकीकरण से, यह भारत भर के लाखों श्रमिकों के लिए एक सशक्त और समावेशी मंच बन चुका है।