रिपोर्ट : मोहम्मद आबिद
आगरा : कोरोना काल के एक लम्बे के बाद कोरोना वैक्सीन लगनी शुरू हो गई है और इसी कड़ी में देश में कोरोना के ड्राइ रन के बाद अब वैक्सीनेशन का काम किया जा रहा है और प्रदेश में वैक्सीन केंद्र बनाए गए हैं और वैक्सीन लगाई जा रही है तो वैक्सीन को लेकर तरह तरह की खबरें भी सामने आ रही है।
आगरा में कोरोना वैक्सीन को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है जहां कोरोना वैक्सीन लगने के 7 दिन बात एक वरिष्ठ डॉक्टर की मौत हो गई है और जिसके बाद मृत डॉक्टर के बेटे ने स्वास्थ्य विभाग पर जांच नहीं करने का भी आरोप लगाया है।
बतादें की निजी अस्पताल संचालक डा पुनीत नथानी ने कहा कि उनके पिता डा किशन नथानी का मधुमेह और पार्किंसंस का इलाज चल रहा था। 28 जनवरी को शहरी स्वास्थ्य केंद्र लोहामंडी वन में कोरोना वैक्सीन लगवाई। वैक्सीन लगने के बाद भूख लगना बंद हो गया। 30 जनवरी को तबीयत बिगड़ गई, उन्हें टेम्परेरी पेसमेकर लगाया गया। हालत में सुधार ना होने पर मैक्स हास्पिटल, गाजियाबाद रेफर कर दिया गया।और लगातार तबियत खराब हो रही थी।
वैक्सीन बुजुर्ग मरीज, मधुमेह रोगियों को लगवाने के लिए कहा जा रहा है, क्योंकि इन्हें सबसे ज्यादा खतरा है। ऐसे में मेरे पिता की मौत वैक्सीन लगने के बाद हुई है। इस पूरे प्रकरण की जांच होनी चाहिए, जिससे किसी अन्य केस में इस तरह की समस्या ना आए। मगर, स्वास्थ्य विभाग गंभीरता से नहीं ले रहा है, पोस्टमार्टम भी नहीं कराया गया।
वहीं दूसरी तरफ बताया जा रहा है की डा किशन नथानी को पहले से ही कई समस्या थीं, वैक्सीन लगने के दो दिन बाद तबीयत खराब हुई है। वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट होता तो तुरंत होता। अभी तक किसी अन्य को इस तरह की समस्या नहीं हुई है। इस मामले की सीएमओ से जांच कराई जाएगी।