विश्व भर में कोरोना वायरस ने तबाही मचा रखी है, लोगों को जागरूक करने का सरकार द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है, लंदन के बाद रोज मजदूरी करके अपना पेट भरने वाले मजदूरों के सामने खाने का संकट देखकर जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने पहल की और ऐसे मजदूरों के खाने की व्यवस्था कर उन्हें खाने के पैकेट दिए, लॉकडॉउन के बाद तमाम ऐसे गरीब और मजदूर तबके के परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
लेकिन उनके इस मुश्किल वक्त में बस्ती का जिला प्रशासन संवेदनशीलता दिखाते हुए उन्हें भूखे पेट नहीं रहने दे रहा। वहीं बस्ती में लॉक डाउन के बाद भी बस्ती मंडी समिति में रोजाना हज़ारो की भीड़ इकठ्ठा होती थी जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ता दिख रहा था लेकिन लोगों को सब्ज़ी मुहैया कराना भी प्रशासन के लिए किसी चुनोती से कम नही थी।
ऐसे में ज़िलाधिकारी की अध्यक्षता में एक प्लान तैयार किया गया जिसमें बाहर से आने वाली बड़ी गाड़िया जिसमे आलू प्याज़ समेत वो सब्ज़ी जिनकी सप्लाई दूसरे प्रदेशों से होती थी उन्हें बस्ती सब्ज़ी मंडी में लाया गया और यहां के बड़े आढतियों द्वारा अपने निजी वाहन द्वारा चिन्हित किये गए मंडियों में पहुंचाया गया जिससे समस्त जनपद में सब्ज़ियों की सप्लाई हो सकी और वहां से ठेले के माध्यम से घर घर जाकर सब्जियों की पूर्ति की जा रही है।
सब्ज़ी मण्डी में ज़िलाधिकारी बस्ती ने एसडीएम को प्रभारी नियुक्त किया है जिनकी देख रेख में सब्ज़ियों की सप्लाई पूरे जनपद में की जा रही है, मंडी समिति से संक्रमण फैलने के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने आम लोगो को सब्ज़ी मंडी में प्रवेश वर्जित कर दिया है। केवल अलग अलग तहसील व छेत्रों से आये रिटेलर को पास के जरिये खरीददारी करने की अनुमति दी गयी जिससे मंडी परिषद में रोज़ के मुकाबले अब भीड़ बहुत कम देखने को मिली, वहां के व्यापारियों ने भी प्रशासन के इस पहल को सार्थक बताया।