रिपोर्ट: सत्यम दुबे
प्रयागराज: पूर्वांचल का माफिया और जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह की प्रयागराज के एमएलए/ एमपी कोर्ट से जमानत मिली ही थी, कि वो एक बार फिर फरार होने में कामयाब हो गया। इस मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। पुलिस अजीत सिंह हत्याकांड में आरोपी धनंजय सिंह पुलिस तलाशती रही और उधर वो एक पुराने मामले में प्रयागराज कोर्ट से जमानत करा फरार हो गया और पुलिस को भनक तन नहीं लगी।
आपको बता दें कि लखनऊ के चर्चित अजीत सिंह हत्याकांड में धनंजय सिंह आरोपी है और पुलिस पूछताछ के लिए उसकी लगातार तलाश कर रही थी। इस बीच पुलिस को चकमा देकर एक पुराने मामले में प्रयागराज कोर्ट में पेश हुआ था जहां से उसे यूपी की फ़तेहगढ़ जेल भेज दिया गया था। धनंजय सिंह पर पुलिस ने 25000 का इनाम तक घोषित कर दिया गया था।
पुलिस के लापरवाही का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि कोर्ट में अर्ज़ी देकर उसकी रिमांड हासिल की जा सकती थी। बावजूद इसके लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। यहां तक कि जेल प्रशासन से बात करके उसके बारे में ये भी जानकारी नहीं ली गई कि जब उसे जमानत मिले तो उसे जेल के बाहर निकलते ही हिरासत में लेकर पूछताछ की जा सके।
धनंजय के फरार होने के बाद पुलिस फिर से उसे तलाश करने के लिये दबिश देने की बात कह रही है। आपको बात दें कि सांसद धनंजय सिंह ने बीते पांच मार्च को एमपी एमएलए कोर्ट में सरेंडर किया था। साल 2017 में जौनपुर के खुटहन थाने में दर्ज पुराने मामले में धनंजय सिंह ने सरेंडर किया, तो उसको गिरफ्तार कर नैनी जेल भेज दिया गया। इसके बाद नैनी जेल जाते ही धनंजय सिंह ने जान को खतरा बताते हुए जेल ट्रांसफर की अर्जी दी।
उसके अर्जी देने के बाद 11 मार्च को फतेहगढ़ जेल ट्रांसफर कर दिया गया था। 25 दिन जेल में रहने के बाद धनंजय सिंह को प्रयागराज की एमपी एमएलए कोर्ट से जमानत मिल गई, जिसके बाद धनंजय सिंह को फतेहगढ़ जेल से रिहा कर दिया। इसके बाद वो एकबार फिर फरार होने में कामयाब हो गया।