नई दिल्ली : एक तरफ जहां पूरा देश कोरोना के दूसरी लहर का सामना कर रहा है, वहीं इस लहर में कई राजनीतिक पार्टियों ने अपनी रोटी सेंकनी शुरू कर दी थी। इस लेकर जब केंद्र सरकार द्वारा कोरोना की रोकथाम को लेकर वैक्सीन शुरू की गई तो, कई नेताओं ने इसका विरोध किया। जिसमें उन्होंने कहा कि वे बीजेपी की वैक्सीन नहीं लगवा सकते, क्योंकि उन्होंने वैक्सीन पर भरोसा नहीं है। इन्हीं नेताओं में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी शामिल थे।
आपको बता दें कि अखिलेश यादव के विरोध के बावजूद समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगवा ली। उन्होंने ये डोज गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल में लगवाई।
बता दें कि इसी साल जनवरी में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था कि मैं बीजेपी की वैक्सीन पर कैसे भरोसा कर सकता हूं, जब हमारी सरकार बनेगी तो सभी को फ्री में टीका लगेगा, हम बीजेपी की वैक्सीन नहीं लगवा सकते। अखिलेश के इस बयान के बाद काफी हंगामा हुआ था।
हालांकि, कोरोना की दूसरी लहर के बीच अचानक अखिलेश यादव के सुर बदले और उन्होंने सभी लोगों को फ्री में वैक्सीन लगाने की अपील की। बता दें कि मई में अखिलेश यादव ने कहा था कि भाजपा सरकार शीघ्र सभी को फ़्री वैक्सीन देने का ऐलान करें और हवाई बातें छोड़कर बताये कि वैक्सीन लगाने की सरकार के पास क्या ठोस योजना है और किस तारीख़ तक ये काम पूरा होगा।