दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के अंतिम चरण में आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा समर्थकों से एक अनोखी अपील की है। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता अपनी पार्टी में रहकर भी उन्हें वोट दें, नहीं तो दिल्ली में प्रति परिवार मिलने वाली 25,000 रुपये की सुविधा बंद कर दी जाएगी।
भा.ज.पा कार्यकर्ताओं को दी विशेष अपील
अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में भाजपा के समर्थकों से कहा कि वे अपनी पार्टी में रह सकते हैं, लेकिन मतदान आम आदमी पार्टी को ही करें। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर भाजपा कार्यकर्ताओं ने आप को वोट नहीं दिया तो दिल्ली में 25,000 रुपये की सुविधा, जो हर परिवार को मिल रही है, बंद कर दी जाएगी।
भा.ज.पा के लिए इस अपील की अहमियत
केजरीवाल ने भाजपा समर्थकों को यह एहसास दिलाने की कोशिश की है कि दिल्ली में मुफ्त में दी जा रही सुविधाओं का लाभ उन्हें भी मिल रहा है। उनका यह कदम यह सुनिश्चित करने की रणनीति है कि कुछ प्रतिशत भाजपा कार्यकर्ता भी आम आदमी पार्टी को वोट दें, ताकि उनका चुनावी लाभ बढ़ सके। यह अपील उन्होंने पहले भी 2015 के चुनाव में की थी, हालांकि उस समय वे यह नहीं कहते थे कि 25,000 रुपये की सुविधा बंद हो जाएगी।
2015 और 2020 में केजरीवाल की अपील का असर
केजरीवाल ने पहले भी 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में भाजपा कार्यकर्ताओं से वोट देने की अपील की थी। 2015 में उन्होंने भाजपा के कार्यकर्ताओं से कहा था कि दिल्ली में मिलने वाली मुफ्त सुविधाओं का लाभ सभी को मिलना चाहिए, जिससे पार्टी को फायदा हो सके। इस बार उन्होंने यह बात स्पष्ट रूप से कही है कि अगर भाजपा समर्थकों ने आप को वोट नहीं दिया, तो 25,000 रुपये की सुविधाएं बंद हो जाएंगी।
मतदान केंद्रों का बढ़ा हुआ आंकड़ा और मतदान प्रक्रिया
दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार 700 से ज्यादा अतिरिक्त मतदान केंद्र बढ़ाए गए हैं, जिससे मतदाताओं को मतदान में आसानी हो सके। अब तक, 70 प्रतिशत मतदाताओं को वोटर पर्ची वितरित की जा चुकी है। दिल्ली में कुल 1.56 करोड़ मतदाता हैं, जिसमें 83 लाख 76 हजार 173 पुरुष, 72 लाख 36 हजार 560 महिलाएं और 1,267 थर्ड जेंडर मतदाता हैं।
केजरीवाल की इस अपील को लेकर दिल्ली के राजनीतिक माहौल में हलचल है। भाजपा कार्यकर्ताओं से वोट अपील करना आम आदमी पार्टी की चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा बन चुका है, और यह देखा जाएगा कि इसके परिणाम चुनाव परिणामों पर क्या प्रभाव डालते हैं।