पत्रकार विक्रम जोशी की मौत के बाद परिवार और स्थानीय पत्रकारों में रोष और गुस्सा नजर आ रहा है। परिवार ने विक्रम का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया है और बॉडी लेने से मना कर दिया है।
परिवार और स्थानीय पत्रकार अस्पताल में डीएम गाजियाबाद को बुलाने की बात पर अड़े हुये हैं । और पत्रकार के बच्चो की आगे तक कि पढ़ाई का खर्चा प्रशासन से वहन करने और एक बड़ी मुआवजा राशि मृतक पत्रकार को देने की मांग कर रहे हैं।
भारी पुलिस बल और सिटी मजिस्ट्रेट, एस पी सिटी भी मोके पर मौजूद है और परिवार को समझाने का प्रयास कर रहा है।
लेकिन परिवार ने डीएम को मौके पर बुलाने और उनकी मांगें मानने की माग रखी है। परिवार के अनुसार पुलिस की गलतियों की सजा विक्रम को मिली है।
वहीं बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने गाजियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या पर दुख जताते हुए उत्तर प्रदेश सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर कहा कि यूपी के जंगलराज में गाजियाबाद में अपनी भांजी के साथ छेड़छाड़ करने के विरोध में बदमाशों ने पत्रकार विक्रम जोशी को गोली मारकर बुरी तरह से घायल कर दिया गया। उनकी आज मृत्यु हो जाने पर दुखी परिवार के प्रति बीएसपी की गहरी संवेदनाएं हैं।
ट्वीट में आगे कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में हत्या और महिला असुरक्षा सहित जिस तरह से हर प्रकार के गंभीर अपराधों की बाढ़ लगातार जारी है, उससे स्पष्ट है कि प्रदेश में कानून का नहीं बल्कि जंगलराज चल रहा है।