कोरोना के खिलाफ जंग में भारत में भी वैक्सीन बनाने की तैयारी बहुत जोर शोर से चल रही है। हरियाणा में कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण कल यानी 20 नवंबर से शुरू होगा। इस बीच हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने खुद पर कोरोना वैक्सीन का ट्रायल करवाने का फैसला किया है।
हरियाणा के गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का कहना है कि उन्हें कल कोरोना के ट्रायल की खुराक दी जाएगी। उन्होंने खुद ही ट्वीट कर यह जानकारी साझा की है।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “कल मुझे भारत बायोटेक की कोवैक्सीन परीक्षण में टीका लगाया जाएगा। यह टीका PGI रोहतक और स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों की एक विशेषज्ञ टीम की देखरेख में सिविल अस्पताल अंबाला कैंट में कल सुबह 11 बजे लगाया जाएगा।”
I Will be administered trial dose of Coronavirus vaccine #Covaxin a Bharat Biotech product Tomorrow at 11 am at Civil Hospital, Ambala Cantt under the expert supervision of a team of Doctors from PGI Rohtak and Health Department. I have volunteered to take the trial dose.
— ANIL VIJ MINISTER HARYANA (@anilvijminister) November 19, 2020
इस बारे में अनिल विज ने कल ही संकेत दे दिया था। आपको बता दें कि कल देशभर के 20 रिसर्च सेंटरों में 25,800 वालंटियरों को कोवैक्सीन की डोज दी जाएगी। 20 सेंटरों में से एक पीजीआईएमएस रोहतक भी अपने वालंटियरों को यह डोज देने के लिए तैयार है।
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने इस महीने की शुरुआत में ही कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल के संकेत दे दिए थे। केंद्र सरकार हरियाणा सरकार को वैक्सीन का टीकाकरण करने के लिए प्लान बनाने के आदेश दिए थे।
Trial for third phase of Covaxin a coronavirus vaccine product of Bhart Biotech to start in Haryana on 20th November. I have offered myself as first volunteer to get vaccinated .
— ANIL VIJ MINISTER HARYANA (@anilvijminister) November 18, 2020
अनिल विज ने कहा कि इंडियन मेडिकल काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च की ओर से वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल शुरू हो चुका है। तीसरे चरण में 25 हजार लोगों पर वैक्सीन का ट्रायल किया जा रहा है।
आपको बता दें कि भारत बायोटेक ने तीसरे चरण का ट्रालय शुरु कर दिया है। इसमें भारत के 25 केंद्रों से 26 हजार वॉलन्टियर्स पर ट्रायल होगा। ये ट्रायल इंडियन कैंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर की साझीदारी में हो रहा है। इन वॉलन्टियर्स को अगले साल तक निगरानी में रखा जाएगा। भारत में ये कोरोना वैक्सीन के लिए सबसे बड़ा क्लिनिकल ट्रायल है।