नई दिल्ली : जासूसी कांड मामले पर महाविकास अघाड़ी सरकार में विवाद बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। खबरों की मानें तो एनसीपी और शिवसेना नाना पाटोले के बयान से काफी नाराज हैं। दोनों ही दलों के नेताओं ने महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को पटोले पर लगाम लगाने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि पटोले गठबंधन धर्म का पालन नहीं कर रहे हैं। लिहाजा उनके बेबुनियाद आरोपों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
महाविकास अघाड़ी सरकार की छवि हो रही है खराब
एनसीपी और शिवसेना के मुताबिक, नाना पटोले जिस तरह से बिना सिर पैर के बयान दे रहे हैं। उसकी वजह से महा विकास अघाड़ी सरकार की ना सिर्फ छवि खराब हो रही है बल्कि बीजेपी को निशाना साधने का मौका भी मिल रहा है। इतना ही नहीं पटोले के बड़बोलेपन की बदौलत बीजेपी जनता के बीच में यह बताने में भी कामयाब हो रही है कि महाविकास अघाड़ी सरकार में अनबन है और यह सरकार किसी भी समय गिर सकती है।
माणिकराव ने किया पटोले का समर्थन
वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता मानिकराव ठाकरे ने भी नाना पटोले के बयान का समर्थन किया है। ठाकरे ने कहा कि अगर हम अपने पार्टी को मजबूत करना चाहते तो इसमें किसी को दिक्कत नहीं होनी चाहिए। कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाना हमारी जिम्मेदारी है। ठाकरे ने कहा कि साल 2014 में हमें लगा कि एनसीपी के साथ लड़ेंगे उस वक्त हमने 140 सीट पर तैयारी नहीं की थी। आखिरी मौके पर कहा गया कि गठबंधन नहीं होगा, तब हमारे पास उम्मीदवार नहीं थे।
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले कांग्रेस नेता ने शिवसेना और NCP पर फोन टेप करने का आरोप लगाया था।