नई दिल्ली : ‘मैं नरेंद्र मोदी नहीं हूं। मैं झूठ नहीं बोलता हूं।‘ ये कहना है कांग्रेस नेता राहुल गांधी का, जो लगातार मोदी सरकार पर हमला कर रहे है। उनका कहना है कि अगर आपको देश में लोकतंत्र लाना हैं तो युवाओं को इग्नोर नहीं करना होगा। आपको उन्हें साथ जोड़ना होगा। इसके साथ ही उन्होंने युवाओं को भी राजनीति में कूदने के लिए प्रेरित किया।
राहुल गांधी ने कहा कि, ‘अगर आपको लगता है कि लोकतंत्र को नकारा जा रहा है। युवाओं युवा बेरोजगार हैं। किसान प्रदर्शन कर रहे हैं और सीएए आ रहा है। असम के लोगों को दिल्ली जाने के बाद अपनी संस्कृति और भाषा नहीं भूलनी चाहिए। नागपुर में पैदा हुई एक सेना पूरे देश को नियंत्रित कर रही है। लोकतंत्र का मतलब असम की आवाज पर असम का नियंत्रण होना चाहिए। अगर हम इसमें छात्रों को शामिल नहीं करते हैं तो यहां लोकतंत्र हो ही नहीं सकता। युवाओं को सक्रिय रूप से राजनीति में आना चाहिए और असम के लिए लड़ना चाहिए। जब आपको लगता है कि आपका राज्य लूटा जा रहा है तो आपको युद्ध लड़ना चाहिए, लेकिन प्यार से, लाठी-पत्थरों से नहीं।’
BJP promised Rs 351, but gives Rs 167 to Assam tea workers. I’m not Narendra Modi, I don’t lie. Today, we give you 5 guarantees; Rs 365 for tea workers, we’ll stand against CAA, 5 lakh jobs, 200 units free electricity &Rs 2000 for housewives: Congress MP Rahul Gandhi in Dibrugarh pic.twitter.com/48vCA5HLdK
— ANI (@ANI) March 19, 2021
राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा ने चाय बागान के मजदूरों को 351 रुपये दिहाड़ी दिलाने का वादा किया था, लेकिन उन्हें 167 रुपये ही मिल रहे हैं। मैं नरेंद्र मोदी नहीं हूं। मैं झूठ नहीं बोलता हूं। आज मैं आपको पांच वादों की गारंटी देता हूं। अगर हमारी सरकार बनी तो हम चाय बागान के मजदूरों को 365 रुपये दिहाड़ी दिलाएंगे। सीएए के खिलाफ खड़े रहेंगे। पांच लाख नौकरियों के मौके बनाएंगे। 200 यूनिट बिजली मुफ्त देंगे और घरेलू महिलाओं को दो हजार रुपये दिए जाएंगे। राहुल गांधी ने कहा कि चाय उद्योग के लिए हम विशेष मंत्रालय बनाएंगे, जो आपके मुद्दों को सुलझाएगा। हमारा घोषणा पत्र चाय कारोबार से जुड़े लोगों से विचार-विमर्श करने के बाद बनाया गया है। इसे बंद दरवाजों के पीछे बैठे लोगों ने तैयार नहीं किया।
आपको बता दें कि राहुल गांधी ने अपना ये बयान असम के डिब्रूगढ़ में दिया है, जहां से उन्होंने अपने चुनावी अभियान की शुरूआत की। इस दौरान उन्होंने बिना नाम लिये RSS पर भी जमकर हमला किया। साथ ही, बेरोजगारी, सीएए और किसान आंदोलन जैसे मुद्दे उठाए।