रिपोर्ट- पल्लवी त्रिपाठी
फ्रांस : क्या आप सोच सकते हैं कि किसी स्कूल में कंडोम वेंडिंग मशीन लगाई गयी हो ? नहीं, लेकिन ऐसा है, फ्रांस के एक स्कूल में कंडोम वेंडिंग मशीन लगायी गयी है, जिससे सुरक्षित यौन संबंध स्थापित किया जा सके । दरअसल, कम उम्र में बढ़ते यौन संबंधों को देखते हुए प्रशासन ने यह कदम उठाया है । बता दें कि एक समय ऐसा भी था कि फ्रांस एड्स से बुरी तरह प्रभावित था ।
असुरक्षित यौन संबंध एड्स का प्रमुख कारण है । जिसको देखते हुए प्रशासन और गैर सरकारी संगठनों ने जागरुकता अभियान चलाया । जागरुकता अभियान से काफी फायदा हुआ, एक दशक में HIV/AIDS के मरीजों की संख्या में कमी आयी ।
फ्रांस में सरकार के आदेशानुसार पहली कंडोम वेंडिंग मशीन सन् 1992 में लगाई गई थी । उस दौरान फ्रांस में स्कूल प्रशासन और समाज के कुछ लोगों ने सरकार के इस फैसले का काफी विरोध किया था । हालांकि, कुछ समय बाद लोगों ने इस फैसले को स्वीकार कर लिया । फ्रांस शिक्षा मंत्रालय के एक सर्वेक्षण की मानें तो पिछले साल राज्य में निधि प्राप्त करने वाले लगभग 96% हाई स्कूल, पब्लिक स्कूल और निजी स्कूलों में कंडोम वेंडिंग मशीन लगी हुई हैं ।
Nearly 96% of high schools in France have condom vending machines
— UberFacts (@UberFacts) March 31, 2021
स्टेटिस्ता की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 में इले-दे-फ्रांस वह क्षेत्र था, जहां सबसे ज्यादा करीब 26 मिलियन कंडोम बेचे गए थे । ऑवरगने-रौन-अल्पेस दुसरे नंबर पर था, जहां लगभग 14.6 मिलियन कंडोम बेचे गए थे ।
आपको बताते चलें कि युवा पीढ़ी के बीच सुरक्षित यौन व्यवहार को बढ़ावा देने वाला फ्रांस एकमात्र देश नहीं है । इस पंक्ति में संयुक्त राज्य अमेरिका भी शामिल है, जहां कई सार्वजनिक स्कूलों में कंडोम बांटे गए थे ।
वहीं, बात करें भारत की तो यूएन की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2018 में भारत में 88 हजार नए मरीज मिले थे । जिनमें से एड्स से पीड़ित करीब 69 हजार लोगों की मौत हो गयी थी । बता दें कि दुनिया के कुल एड्स मरीजों में से लगभग 10% मरीज भारत में है ।