यूपी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर कोरोना वायरस के नियंत्रण के संबंध में समीक्षा बैठक की। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि, कोरोना वायरस के कारण बन्द हो रही व्यवसायिक व आर्थिक गतिविधियों के परिपेक्ष्य के में मा. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना की अध्यक्षता में गठित समिति की संस्तुतियों के अनुरूप लोकहित में निर्णय लिए गए हैं।
साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि, ठेला, खोमचा, साप्ताहिक बाजार आदि का कार्य करने वाले लगभग 15 लाख श्रमिकों का बैंक खाता विवरण सहित डेटाबेस, नगर विकास विभाग द्वारा अगले 15 दिनों में तैयार किया जाएगा। राशन कार्ड विहीन दिहाड़ी मजदूरों का राशन कार्ड बनवाया जाएगा। बंद शैक्षणिक संस्थानों/मॉल/मल्टीप्लैक्स/रेस्टोरेंट आदि के कारण प्रभावित श्रमिकों/कार्मिकों के हित के दृष्टिगत,इकाइयों के स्वामियों/नियोजकों को निर्देशित किया जा रहा है कि, प्रभावित श्रमिकों/कार्मिकों को बंदी अवधि में सभुगतान अवकाश दिया जाए।
ऐसे व्यक्तियों के संबंध में जिलाधिकारी द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में खंड विकास अधिकारी व ग्राम पंचायत अधिकारी की समिति तथा नगरीय क्षेत्रों में SDM/नगर मजिस्ट्रेट व संबंधित नगर निकायों के आयुक्त/अधिशासी अधिकारी की समिति की संस्तुति करेगी। ऐसे व्यक्तियों के संबंध में जिलाधिकारी द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में खंड विकास अधिकारी व ग्राम पंचायत अधिकारी की समिति तथा नगरीय क्षेत्रों में SDM/नगर मजिस्ट्रेट व संबंधित नगर निकायों के आयुक्त/अधिशासी अधिकारी की समिति की संस्तुति करेगी।
कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने हेतु कल 22 मार्च को आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद मोदी के आह्वान पर ‘जनता कर्फ्यू’ के दौरान प्रदेश में सभी मेट्रो, सड़क परिवहन तथा सिटी बस सेवाएं बंद रहेंगी। प्रदेश में श्रम विभाग के अंतर्गत 20.37 लाख निर्माण श्रमिक पंजीकृत हैं,जिनमें 5.97 लाख श्रमिकों के बैंक खाते विभाग के पास उपलब्ध हैं। ऐसे श्रमिकों के खातों में प्रतिमाह ₹1,000 की धनराशि हस्तांतरित की जाएगी।
कोरोना वायरस के दुष्प्रभाव के चलते बंद हो रही व्यवसायिक व आर्थिक गतिविधियों के परिप्रेक्ष्य में दैनिक रूप से कार्य करके अपने व अपने परिवार का जीवनयापन करने वाले व्यक्तियों को सरकार हर संभव सहायता उपलब्ध कराएगी। प्रदेश में अबतक कोरोना वायरस से 23 पेशेंट चिन्हित हुए थे, इनमें से 9 पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। स्वाभाविक रूप से इससे घबराने की नहीं बल्कि इन चुनौतियों से जूझने, लड़ने और अपने आप को तैयार करने की आवश्यकता है।