यूकेडी (उत्तराखंड क्रांति दल) के नेता और राज्य आंदोलनकारी त्रिवेंद्र पंवार के निधन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा शोक व्यक्त किया। त्रिवेंद्र पंवार की मौत एक भीषण सड़क दुर्घटना में ऋषिकेश के नटराज चौक के पास हुई थी।
इस दुखद घटना में पंवार के साथ दो और लोगों की भी जान गई। बुधवार सुबह मुख्यमंत्री धामी ने त्रिवेंद्र पंवार के घर जाकर उनके परिवार से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि त्रिवेंद्र पंवार का जाना राज्य के लिए एक अपूरणीय क्षति है। पंवार ने अपने जीवन में उत्तराखंड के विकास और राज्य के अधिकारों की रक्षा के लिए जो संघर्ष किया, वह हमेशा याद रखा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने इस दुख की घड़ी में पंवार के परिवार को ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि दुर्घटना की जांच पहले ही शुरू कर दी गई है ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।
राज्य के एक प्रमुख आंदोलनकारी और नेता त्रिवेंद्र पंवार का जीवन संघर्ष और निष्ठा से भरा हुआ था। उन्होंने उत्तराखंड राज्य के गठन से पहले और बाद में विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर अपनी आवाज उठाई।
उनके योगदान को न सिर्फ उनकी पार्टी बल्कि राज्य की जनता भी हमेशा याद रखेगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य में ट्रांसपोर्ट नगर की परियोजना के लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और पार्किंग की समस्या को हल करने के लिए प्रक्रियाएं अंतिम चरण में हैं।
सोमवार को त्रिवेंद्र पंवार का पार्थिव शरीर ऋषिकेश के स्थानीय एम्स अस्पताल से उनके आवास स्थित देहरादून रोड लाया गया था। इस अवसर पर यूकेडी कार्यकर्ताओं और स्थानीय निवासियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
बाद में पंवार का अंतिम संस्कार पूर्णानंद घाट पर किया गया, जहां उनके बेटे आलोक पंवार ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस अंतिम संस्कार में यूकेडी के कार्यकर्ताओं और स्थानीय निवासियों की बड़ी संख्या में मौजूदगी देखी गई। गमगीन माहौल में पंवार को अंतिम विदाई दी गई।
पंवार के निधन पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, निवर्तमान मेयर अनीता मंमगाई, राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट और अन्य प्रमुख राजनीतिक नेताओं ने भी गहरा शोक व्यक्त किया। उनके योगदान को याद करते हुए इन नेताओं ने कहा कि पंवार का जीवन उत्तराखंड के प्रति उनकी निष्ठा और समर्पण का प्रतीक रहा है।
यूकेडी के कार्यकारी केंद्रीय अध्यक्ष एपी जुयाल ने भी त्रिवेंद्र पंवार को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि पंवार हमेशा उत्तराखंड की समस्याओं पर मुखर रहे। उत्तराखंड राज्य निर्माण में उनकी अग्रणी भूमिका रही।
वे राज्य में भ्रष्टाचार, भूमाफिया, शराब माफिया और अन्य अवैध गतिविधियों के खिलाफ निरंतर संघर्ष कर रहे थे। पंवार ने भू कानून और मूल निवास अधिकारों के लिए भी लड़ाई लड़ी और अपने जीवन में इन मुद्दों के लिए अपना समर्पण दिखाया।
This Post is written by Abhijeet Kumar yadav