कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश में भी कुछ स्थानों पर चक्का जाम
कृषि कानून वापस लेने की मांग के साथ शुरू हुए किसान आंदोलन में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में भी कुछ स्थानों पर चक्का जाम और विरोध प्रदर्शन हुए।
लखनऊ में भारतीय किसान यूनियन ने अहिमामऊ-सुल्तानपुर रोड पर चक्का जाम की तैयारी की थी, लेकिन प्रशासनिक मुस्तैदी से यह संभव नहीं हो सका।
लखनऊ में शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष हरनाम सिंह वर्मा के नेतृत्व में किसानों ने चिनहट थाना क्षेत्र के नौबस्ता कला में प्रदर्शन किया।
हरनाम सिंह वर्मा ने बताया कि कृषि कानूनों को वापस लेने और किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में उनके नेतृत्व में किसानों का दल सदर तहसील में प्रदर्शन करने जा रहा है,वर्मा ने कहा, ‘हम आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे और अगर पुलिस हमें गिरफ्तार करेगी तो गिरफ्तारी देंगे।
अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने लखनऊ में प्रदर्शन को बेअसर बताया है, उन्होंने कहा कि किसानों की चेतावनी को देखते हुए पूरे प्रदेश में कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत व्यापक तैयारी की गई हैं।
किसान आंदोलन की आंच शुक्रवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी देखने को मिली कई जिलों में प्रदर्शनकारी किसानों ने राजमार्ग पर जाम लगाकर अपना विरोध जताया।
पंजाब और हरियाणा के किसानों पर किए गए लाठी चार्ज पर आक्रोश जताते हुए भारतीय किसान यूनियन ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्रदर्शन का ऐलान किया है।
इसके तहत मेरठ, बागपत, हापुड़, सहारनपुर समेत कई जगहों पर किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया।
बागपत से मिली खबर के मुताबिक भारतीय किसान यूनियन भाकियू ने कृषि कानूनों को वापस लेने और किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में शुक्रवार को बागपत जिले में निवाड़ा पुल पर शुक्रवार को सोनीपत हाइवे को जाम किया।