नई दिल्ली : महाराष्ट्र की उद्धव सरकार किसी भी मसले को लेकर केंद्र सरकार पर लगातार हमले कर रही है, लेकिन उन्हें महाराष्ट्र की तनिक भी चिंता नहीं। क्योंकि अगर उन्होंने राजनीति से थोड़ा हटकर मुंबई के नागरिकों के बारे में सोचा होता, तो एक बार फिर महाराष्ट्र पर ऐसा संकट नहीं मंडराता। दरअसल महाराष्ट्र में एक बार फिर कोरोना केसों में भारी इजाफा देखने को मिल रहा है। जिससे पुनः लॉकडाउन जैसी समस्या सामने आने लगी है, हालांकि महाराष्ट्र सरकार फिलहाल ऐसा कुछ नहीं कर रहा।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में कोरोना वायरस के बढ़ते केस को लेकर बीएमसी ने शहर में 1305 इमारतों को सील कर दिया है। इसके साथ ही BMC ने दिशा-निर्देश जारी कर कोविड-19 की रोकथाम के लिए एक बिल्डिंग में 5 या उससे अधिक कोरोना के मामले आने पर बिल्डिंग को सील करने की बात कही है।
बता दें कि बीते 24 घंटे में मुंबई में कोरोना के 2749 नये मामले सामने आये है, जिसने पिछले तीन महीनों का रिकॉर्ड तोड़ा है। शुक्रवार को नए संक्रमण के मामलों के साथ संक्रमितों की संख्या 20 लाख 87 हज़ार 632 हो गई थी, जबकि 44 और लोगों की मौत होने से मृतकों संख्या 51 हज़ार 713 हो गई। इन 44 मौतों में 19 लोगों की मौत पिछले 48 घंटे में हुई, 10 की मौत पिछले हफ्ते हुई, जबकि 15 की मौत उससे पहले हुई थी। मुंबई शहर और आसपास के इलाकों से संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले आ रहे थे। लेकिन, 12 फरवरी के बाद से अकोला, अमरावती में संक्रमण के मामलों में तेज वृद्धि हुई है।
बीएमसी की इस कार्रवाई का असर इन इमारतों में रहने वाले 71 हज़ार 838 लोगों पर पड़ेगा। बीएमसी ने बताया कि मुंबई में संक्रमितों की संख्या 3 लाख 17 हज़ार 310 हो गई, जबकि पांच और लोगों की मौत हो जाने से मृतक संख्या 11 हज़ार 435 हो गई। वहीं अगर हम भारत की बात करें तो, भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1 करोड़ 9 लाख 77 हज़ार 387 हो गई है। पिछले 24 घंटो में 13,993 नए मामले सामने आए, वहीं मरने वाले लोगों की संख्या 101 है। जबकि इस महामारी से ठीक हुए लोगों की संख्या 10 हज़ार 307 है।