नई दिल्ली : संसद के मानसून सत्र से पहले बीजेपी ने बड़ा फैसला लेते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को राज्यसभा में सदन का नेता चुना है। इस तरह अब गोयल राज्यसभा में विपक्ष से मोर्चा लेते दिखेंगे। आपको बता दें कि पीयूष थावरचंद गहलोत की जगह लेंगे। गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
सूत्रों के मुताबिक संसदीय कार्य मंत्रालय ने राज्यसभा सचिवालय को सूचित किया है कि गोयल सदन के नेता होंगे। केंद्र सरकार में प्रमुख पोर्टफोलियो संभालने वाले पीयूष गोयल 2010 से राज्यसभा में सदस्य हैं। राज्यसभा के दो बार के सदस्य गोयल अभी उच्च सदन में राजग के उप-नेता हैं। वह केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्य भी हैं। उनके पास वाणिज्य और उद्योग, खाद्य एवं उपभोक्ता व कपड़ा मंत्रालय सहित विभिन्न मंत्रालयों का दायित्व है।
बता दें कि वर्ष 2014 में मंत्री बनने से पहले गोयल पार्टी के कोषाध्यक्ष थे। वह भाजपा की चुनाव प्रबंधन गतिविधियों में भी शामिल रहे हैं। राज्यसभा में सदन का नेता बनने की दौड़ में भूपेंद्र यादव का भी नाम था। यादव अभी कैबिनेट मंत्री हैं और पेशे से वकील हैं।
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी उठ रहीं अटकलों पर विराम लगा दिया है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस की तरफ से अधीर रंजन चौधरी ही लोकसभा में विपक्ष का नेता बने रहेंगे। कांग्रेस पार्टी के एक आधिकारिक सूत्र के मुताबिक, संसद सत्र में एक हफ्ते से भी कम समय बचा है। ऐसे में लोकसभा में पार्टी के नेता का बदलाव संभव नहीं है। मानसून सत्र में सरकार को घेरने की रणनीति बनाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा बुधवार शाम बुलाई गई “पार्लियामेंट्री स्ट्रेटजी ग्रुप” की बैठक में भी अधीर रंजन मौजूद रहेंगे।