रिपोर्ट: सत्यम दुबे
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, सियासी तापमान भी बढ़ता जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी भी अपनी कमर कस ली है। पार्टी अब अपने नाराज नेताओं की नाराजगी दूर करने में लगी है। इसके साथ ही गठबंधन में लगी गांठें भी खोलने में लग गई है। बीजेपी की गठबंधन सहयोगी अपना दल (एस) ने शुक्रवार को सोनेलाल पटेल की जयंती मनाई। अपना दल के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचीं अनुप्रिया पटेल ने एक समाचार चैनल से कहा कि हमारे पिता सोनेलालजी की जयंती है। हम लोग बहुत सादगी से जयंती मना रहे हैं और कोविड प्रोटोकॉल का भी ध्यान रखा जा रहा है।
आपको बता दें कि अनुप्रिया पटेल ने सीट बंटवारे को लेकर अभी कुछ भी कहने को जल्दबाजी बताया और कहा कि उसमें अभी समय है। उन्होने कहा कि हम बीजेपी के साथ तीन चुनाव लड़ चुके हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में दो जगह से अपने उम्मीदवार लड़ा रहीं अनुप्रिया ने इन चुनावों में भी जीत का दावा किया।
इसके बाद अनुप्रिया पटेल से बीजेपी के साथ MLC की सीट को लेकर चल रही बातचीत के बारे में सवाल किया गया तो उन्होने इस सवाल को टाल दिया। उन्होंने कहा कि इसे लेकर अभी कोई टिप्पणी नहीं करना चाहती। इसके साथ ही उन्होने कहा कि आगे के चुनावों में भी अपना दल एस के अच्छे प्रदर्शन का दावा किया.
अनुप्रिया पटेल ने यूपी में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती पर भी सवाल उठाए और आरोप लगाया कि इस भर्ती में अन्य पिछड़ा वर्ग यानी ओबीसी के अभ्यर्थियों के साथ अन्याय हुआ है। उन्होंने दावा किया कि ये मुद्दा सीएम योगी के साथ ही देश के गृह मंत्री अमित शाह के सामने भी उठाने का दावा किया। उन्होने कहा कि हमारा प्रदेश नेतृत्व और राष्ट्रीय नेतृत्व मिलकर समस्या का हल निकाल लेंगे। उन्होंने कहा कि छह हजार ओबीसी अभ्यर्थियों का नुकसान किसी भी दशा में नहीं होना चाहिए।