भदोही: प्रदेश में अभी तक भाजपा के कई विधायकों की तरफ से अधिकारियों पर मनमानी और भ्र्ष्टाचार के आरोप सामने आ चुके हैं। लेकिन अब भदोही जिले के औराई से भाजपा विधायक दीनानाथ भाष्कर ने एक बड़े अधिकरी पर बिल्कुल अलग आरोप लगाये हैं।
विधायक का आरोप है कि जिले का एक बड़ा अधिकारी उनके सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने की योजना में हैं और इसी को ध्यान में रखते हुए थाना इंचार्जों की तैनाती की जा रही है। जिससे पुलिस बेलगाम है और विधायक की नही सुन रही है। दरअसल औराई विधायक और पुलिस में एक मामले को लेकर ठन गयी है।
विधायक दीनानाथ का दावा है कि उनका एक कार्यकर्ता औराई समान लेने गया था । वहां थाने के एक दरोगा ने हेलमेट न लगाने पर उसका चालान कर दिया, इसपर जब कार्यकर्ता ने दारोगा की मुझसे बात कराने की कोशिश की गयी तो दरोगा ने मुझे और कार्यकर्ता को गाली दिया।
विधायक का कहना है कि उन्हें चालान से कोई दिक्कत नही, लेकिन उन्हें दरोगा ने गाली क्यों दिया। इसके बाद वो थाने भी गए थे। लेकिन पुलिस ने अपने दरोगा के समर्थन में खड़ी रही।
विधायक का दावा है कि जब एसपी को यह बात बताई गयी तो उन्होंने गाली देने वाले दरोगा को एक्सीलेंट बताया और यह सब इसलिए किया जा रहा है कि जिले के एक बड़े अधिकारी औराई विधानसभा से चुनाव लड़ना चाहते हैं और इसी के तहत थाना इंचार्ज की तैनाती की जा रही है ताकि विधायक के साथ दुर्व्यवहार हो और जनता में गलत संदेश जाए।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार जीरो टॉलरेंस पर कार्य कर रही है और पुलिस की मनमानी बर्दास्त नही की जाएगी। इतना ही नही विधायक ने जेल में बन्द विधायक विजय मिश्रा से पुलिस की तुलना करते हुए कहा कि विधायक पर आरोप लगते ही उन्हें जेल भेजने वाली भदोही पुलिस के एक दरोगा पर फरियादी लड़की अश्लील बातचीत की शिकायत करती है तो दरोगा को सिर्फ लाइन हाजिर किया जाता है। जबकि दरोगा को तत्काल सस्पेंड करना चाहिए था।
दीनानाथ भाष्कर ये कोई पहली बार अधिकारियों के खिलाफ बयान नही दिया है इसके पहले भी वो अधिकारियों पर मनमानी का आरोप लगाते हुए दो बार धरना तक दे चुके हैं।
दीनानाथ भाष्कर पूर्व में सपा और बसपा के सरकारों में मंत्री भी रह चुके हैं और पिछले चुनाव में वो भाजपा से विधायक चुने गए हैं।