{ लालकुआं से योगेश की रिपोर्ट }
महाराष्ट्र के पालघर में दो संतों समेत तीन की हत्या ने देश को आंदोलित कर दिया है। तमाम राजनीतिक प्रतिक्रियाओं के साथ महाराष्ट्र सरकार पर संतों को नहीं बचा पाने का आरोप लगायाय जा रहा है। जबकि उद्धव सरकार बैकफुट पर है और मामले की जांच और गिरफ्तारियों का हवाला देकर शांति की अपील में जुटी है।
भाजपा नेता एवं पन्तनगर एयरपोर्ट सलाहकार सिमित के सदस्य हेमंत नरूला ने कहा कि हिंसा की कड़ी निंदा करता हूं, जिसने पालघर में 3 लोगों की जिंदगी छीन ली है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उपद्रवी भीड़ की समाज में कोई जगह नहीं होनी चाहिए।ऐसे लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
पुर्व नगर पंचायत अध्यक्ष पवन कुमार चौहान ने पालघर की घटना को क्रूरता की हद बताया साथ ही इसे मानवता पर हमला करार दिया। उन्होंने घटना को लेकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
महालक्ष्मी अष्ट भुजा देवी मन्दिर के मंहत सोमेश्वर गिरि महाराज ने केंद्र और महाराष्ट्र सरकार से मांग की है कि दोनों संतों की हत्या मामले की उच्च स्तरीय जांच हो और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये उन्होंने आरोप लगाया है कि धर्म विशेष के लोगों ने पुलिस की मौजूदगी में संतों की हत्या की है. यह जघन्य अपराध है।
स्वयं सुरक्षा अभियान के संस्थापक रजनीश पाडे ने कहा कि हम सन्तों को शत शत नमन करते हैं वो हमेशा से हमलोगों के लिए पूजनीय हैं। आज भारतवर्ष पूरे विश्व में अपने सन्तों के लिए जाना जाता है। उनका इस तरह से हत्या हो जाना, हमलोगों के लिए असहनीय है। यह एक अक्ष्मय अपराध किया गया है, सभी दोषियों के ऊपर कठोर कार्रवाई हो।