गांठ, सिस्ट और लिपोमा की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। महिलाओं को स्तनों में गांठ की समस्या भी काफी हद तक बढ़ते जा रही है। महिलाओं के साथ साथ पुरषों में भी गांठ की समस्या काफी हद तक देखा गया है, गांठ कहीं भी हो सकता है, हाथ में पैर में माथे पर या शरीर के किसी और जगह पर। लेकिन योग के जरिए गांठ जैसी समस्या को जड़ से खत्म किया जा सकता है, और साथ ही अगर ऐसी बिमारी को जड़ से खत्म करने के लिए हल्दी का इस्तेमाल कर लें तो सोने पर सुहागा हो जाएगा।
स्वामी रामदेव की माने तो हर रोज आधा घंटा कपालभाती प्राणायाम करने से गांठ की समस्या जड़ से खत्म की जा सकती है। कैंसर, टीबी, या किसी भी तरह की गांठ हो हर रोज सुबह शाम आधे घंटे कपालभाती करने से इस समस्या से हमेसा के लिए नीजात पाया जा सकता है। इसके साथ ही हल्दी का भी इस्तेमाल कर इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
कपालभाती प्राणायाम के साथ साथ हल्दी से भी गांठो से छुटकारा पाया जा सकता है। हल्दी में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-फंगल और एंटीसेप्टिक तत्वों वाले कई सारे ऐसे औषधिय गुण पाए जाते हैं। गांठ के रोगियों के 2 ग्राम हल्दी के साथ मेथी और सोंठ का पाउडर खाने से वात रोग, अर्थराइटिस और जोड़ों के दर्द से छुटकारा मिलता है। इसके साथ ही हल्दी, मेथी और सोंठ वायु रोगों के लिए भी काफी लाभकारी है।