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‘पढ़ लिखकर अच्छा इंसान बनना, मैं बहुत बुरी मां, मुझे याद मत करना,’ बार बार चूम कर कहती रही शबनम

By: RNI Hindi Desk 
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‘पढ़ लिखकर अच्छा इंसान बनना, मैं बहुत बुरी मां, मुझे याद मत करना,’ बार बार चूम कर कहती रही शबनम

रिपोर्ट : मोहम्मद आबिद
‘जिसे देखकर फिरोजां होता है ये जिस्म मेरा, वैसी ही खूबसूरती शबनमी शाम हो तुम’, जी हां यह उन माता पिता की शबनम है जिन्होंने अपनी शबनम को सुर्ख होने के लिए बेहतर शिक्षा दिलाई और वो ही सुर्ख शबनम अपनी माता पिता की शाम बन गई। हम आज उस शबनम की बात कर रहे हैं जिसकी वजह से 2008 में सात लोगों की वो शाम आखिरी हो गई और अब उसी शबनम और सलीम की शाम भी ढल जाएगी।

मथुरा जेल में बंद अमरोही की शबनम की और उसके प्रेमी सलीम की जहां शबनम को आरा मशीन पर काम करने वाले पांचवीं फेल सलीम से प्यार हो गया और शबनम अंग्रेजी और भूगोल में एमए थी लेकिन शबनम के परिजनों को यह रिश्ता मंजूर नहीं था जिसको लेकर लगातार विवाद हो रहा था और फिर वो हुआ जो किसी ने सोचा भी नहीं था।

मथुरा की महिला फांसी घर में फंसा उस शबनम का इंतजार कर रहा है जिसने अपने माता पिता समेत 7 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था लेकिन वहीं शबनम अपने 12 साल के बेटे ताज से कहती ही की वो बहुत बुरी मां है और उसे कभी याद नहीं करना।

 बुलंदशहर में भूड़ चौराहे के समीप सुशील विहार कॉलोनी में रहने वाले उस्मान सैफी के संरक्षण में पल-बढ़ रहे ताज को मां के गुनाहों का अहसास है। उस्मान ने फोन पर बताया कि बेटे ताज ने राष्ट्रपति से मां शबनम को माफ करने की मांग की है।

13 दिसंबर 2008 को शबनम ने मुरादाबाद की जेल में एक बेटे को जन्म दिया था, जिसे बुलंदशहर के दंपती ने गोद लिया हुआ है। एक रिपोट में बताया जा रहा है की बुलदंशहर के भूड़ निवासी दंपत्ति कुछ दिन पहले ही दंपती उसे रामपुर जेल में बंद शबनम से मिलवाने ले गया था। जब मां ने बेटे को देखा तो फफक कर रोने लगी और काफी देर तक शबनम बेटे से लिपटकर रोती रही। और पढ़ लिखकर अच्छा इंसान बनने की बात कहती रही।

बताया जा रहा है की शबनम को मौत का एहसास हो गया था की और बेटे को शबनम बार बार चूम रही थी और जिसके बाद बेटे ताज ने अपने छोटे पापा से पूछा की मम्मी क्यों रो रही है, मुझे बार-बार क्यों चूम रही थीं। ऐसा क्यों कह रही थीं कि पढ़-लिखकर अच्छा इंसान बनना।

 

    शबनम की वो खौफनाक दास्तां
आज की तारीख में दोबारा से सुर्खियों में आई शबनम अमरोहा की रहने वाली थी और उसने अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर माता-पिता समेत परिवार के सात लोगों की 14 -15 अप्रैल 2008 की दरम्यान कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई थी।

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